संजय गुप्ता, INDORE. इंदौर के राजा-महाराजाओं के स्कूल डेली कॉलेज भले ही हाल-फिलहाल विवादों के कारण सुर्खियों में रहा है लेकिन विधानसभा चुनाव में यह किसी और कारण फिर चर्चा में है। सभी ओल्ड डेलियंस की निगाहें इस चुनाव में खासकर 12 उम्मीदवारों पर लगी हुई है। यह उम्मीदवार डेली कॉलेज से ही पासआउट है और इस चुनाव में बीजेपी और कांग्रेस दोनों से ही मैदान में उतरे हुए हैं। उल्लेखनीय है कि डेली कॉलेज को स्थापित हुए 150 साल से ज्यादा हो चुके हैं।
यह 12 ओल्ड डेलियंस उतरे है चुनावी मैदान में
- नागेंद्र सिंह- बीजेपी के नागौद प्रत्याशी, बैच 1960
- लक्ष्मण सिंह- कांग्रेस के चंचौड़ा से प्रत्याशी, बैच 1972
- नर्बदा प्रसाद प्रजापति- कांग्रेस के गोटेगांव प्रत्याशी, बैच 1976
- बृजेंद्र प्रताप सिंह- बीजेपी से पन्ना प्रत्याशी, बैच 1986
- सुदेश राय- बीजेपी के सीहोर से प्रत्याशी, बैच 1988
- शैलेंद्र पटेल- कांग्रेस के इच्छावर प्रत्याशी, बैच 1994
- प्रियवत सिंह- कांग्रेस के खिलचीपुर प्रत्याशी, बैच 1995
- कपिध्वज सिंह- कांग्रेस से गुढ़ा प्रत्याशी, बैच 1996
- सुरेंद्र सिंह (हनी बघेल)- कांग्रेस के कुक्षी प्रत्याशी, बैच 1996
- सचिन यादव- कांग्रेस के कसरावद प्रत्याशी, बैच 1999
- डॉ.विक्रांत भूरिया- कांग्रेस के झाबुआ प्रत्याशी, बैच 2002
- कामाख्या सिंह- बीजेपी के महाराजपुर प्रत्यशी, बैच 2005
12 में से 8 कांग्रेस और चार बीजेपी प्रत्याशी
इन 12 उम्मीदवारों में से कांग्रेस के टिकट पर 8 प्रत्याशी मैदान में हैं, जिसमें पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह के भाई लक्ष्मण सिंह भी है। वहीं केवल चार प्रत्याशी बीजेपी की ओर से प्रत्याशी बनकर मैदान में उतरे हैं।
पहले तीन-तीन मंत्री भी रह चुके हैं कांग्रेस काल में
इसके पहले साल 2018 में भी डेली कॉलेज से पासआउट उम्मीदवार चुनाव जीते थे। कांग्रेस की सरकार में सुरेंद्र सिंह (हनी बघेल), सचिन यादव, प्रियवत सिंह तो मंत्री भी बने थे। इसके बाद डेली कॉलेज ने इन सभी को सम्मान किया था। यह तीनों इस बार बी चुनाव मैदान में हैं।