वेंकटेश कोरी, JABALPUR. देश के जाने-माने गायक कलाकार सोनू निगम और शान ने जिस कार्यक्रम में जबलपुर आकर अपनी बेजोड़ प्रस्तुतियां दी थी उस कार्यक्रम से जुड़ी फाइल में से नोटशीट गायब हो गई। यह चौंकाने वाला घटनाक्रम जबलपुर के कलेक्ट्रेट में हुआ है। दरअसल इस फाइल में 25 और 26 जनवरी 2023 को जबलपुर के आयुर्वेदिक कॉलेज मैदान और गैरिसन ग्राउंड में हुए कार्यक्रमों से जुड़े बिल और अन्य जरूरी दस्तावेज थे लेकिन अचानक नोट शीट के गायब हो जाने से कलेक्ट्रेट सहित प्रशासनिक महकमे में हड़कंप मच गया है। आनन-फानन में जब कलेक्टर के संज्ञान में यह बात आई तो उन्होंने कलेक्ट्रेट के अधीक्षक सहित तीन लोगों को सस्पेंड करने के आदेश जारी कर दिए हैं।
सोनू निगम और शान ने दी थी प्रस्तुति
गणतंत्र दिवस के कार्यक्रम को यादगार बनाने के लिए जबलपुर जिला प्रशासन ने साल की शुरुआत में एक दिन का सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किया था, यह आयोजन गौरीघाट के समीप आयुर्वैदिक कॉलेज मैदान में हुआ था जिसमें देश के जाने-माने गायक कलाकार सोनू निगम और शान ने अपनी गायकी का जादू बिखेरा था, इस कार्यक्रम के दूसरे दिन सदर के गैरिसन ग्राउंड में गणतंत्र दिवस का मुख्य समारोह आयोजित किया गया था जिसमें खुद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान शामिल हुए थे। दोनों ही दिनों के कार्यक्रमों को भोपाल की इवेंट मैनेजमेंट कंपनी मेसर्स एक्सीलेंसी एंटरटेनमेंट प्राइवेट लिमिटेड ने संपन्न कराया था और इस कंपनी के बिल फाइल में लगे हुए थे लेकिन अचानक 5 करोड़ की फाइल से जुड़ी नोटशीट के गायब हो जाने से कलेक्ट्रेट में हड़कंप मचा हुआ है और कई अधिकारी जांच के दायरे में आ गए हैं।
व्हाइटनर से हुआ खेल का खुलासा
पांच करोड़ की फाइल में से करीब 23-24 पेज के नोट शीट के गायब हो जाने का खुलासा तब हुआ जब अधिकारियों के हाजिरी रजिस्टर में व्हाइटनर लगा हुआ पाया गया। अधिकारियों द्वारा अपने स्तर पर कराई गई जांच में यह पाया गया है कि कार्यालय अधीक्षक ने एक विशेष तारीख को अवकाश पर होना बताया था, जबकि रजिस्टर चेक करने पर उसमें उनके हस्ताक्षर मौजूद थे इसके बाद इस हस्ताक्षर पर व्हाइटनर लगाया गया। जब अधिकारियों ने अपने स्तर पर जांच पड़ताल की तो इस बात का खुलासा हुआ है कि पूरे मामले में कहीं न कहीं विभाग के ही अधिकारियों और कर्मचारियों की ही मिलीभगत है लिहाजा इस पूरे घटनाक्रम की जानकारी कलेक्टर को दी गई जिसके बाद कलेक्टर ने FIR दर्ज करने के आदेश जारी कर दिए गए हैं।
नोटशीट गायब होने से 'खटाई' में भुगतान
दरअसल मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की मौजूदगी में हुए दो दिनों के इस कार्यक्रम के लिए प्रदेश के सामान्य प्रशासन विभाग से 5 करोड़ 25 लाख 8 हजार 687 रुपए की मांग की गई थी जिसमें शासन की ओर से चार करोड़ 60 लाख 47 हजार की राशि जबलपुर के जिला प्रशासन को आवंटित की जा चुकी है। हाल ही में 65 लाख 36 हजार 687 रुपए की अतिरिक्त मांग शासन से की गई है यानी पूरी राशि के आने के बाद ही जिला प्रशासन के जबलपुर पुरातत्व पर्यटन एवं संस्कृति परिषद के द्वारा इवेंट मैनेजमेंट कंपनी को भुगतान किया जाना था लेकिन इसके पहले ही मूल फाइल से नोट शीट के 23-24 पेज के गायब हो जाने से कार्यक्रम का भुगतान खटाई में पड़ता नजर आ रहा है।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान सपत्नीक हुए थे शामिल
जिस भव्य कार्यक्रम से जुड़ी फाइल से नोटशीट गायब हुई है उस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान धर्मपत्नी साधना सिंह के साथ खुद शामिल हुए थे। गौरी घाट के आयुर्वैदिक कॉलेज मैदान में हुए रंगारंग कार्यक्रम की बात हो या फिर दूसरे दिन 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस के मुख्य समारोह की, दोनों ही कार्यक्रमों में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान सपत्नीक शामिल हुए थे, बावजूद इसके इतने अहम कार्यक्रम से जुड़ी फाइल से नोटशीट के गायब हो जाने से अधिकारियों की भूमिका पर सवाल खड़े हो रहे हैं। यह पूरा आयोजन जबलपुर पुरातत्व पर्यटन एवं संस्कृति परिषद के सीईओ हेमंत सिंह की देखरेख में आयोजित किया गया था और उनके द्वारा ही कलेक्टर को नोटशीट के गायब होने की जानकारी दी गई थी जिसके बाद संबंधित थाने को FIR के लिए पत्र लिखा गया है। शुरुआती दौर में अधीक्षक ब्रजेश ठाकुर, शुभम यादव और शौमिल पटेल नाम के कर्मचारियों को सस्पेंड कर दिया गया है।