JAIPUR. आगामी विधानसभा चुनावों को देखते हुए AICC ने फैसला लिया है कि इस बार कमजोर सीटें और सिफारिशी उम्मीदवारों को टिकट नहीं दिया जाएगा। टिकट चयन प्रक्रिया को राजस्थान में प्रदेश चुनाव और स्क्रीनिंग समिति के भरोसे नहीं छोड़ा जाएगा।
राहुल-खड़गे को किया जाएगा रिपोर्ट
एआईसीसी ने उम्मीदवार चयन में जुटे सीनियर नेताओं को यह साफ कर दिया है कि उन्हीं लोगों को टिकट मिलेंगे, जो जीत की गारंटी पूरी करते हैं। बता दें कि प्रदेश चुनाव समिति और स्क्रीनिंग समिति देशभर से इच्छुक नेताओं के बायोडेटा पर मंथन से लेकर वन-टू-वन के प्रोसेस में जुटी हुई है। वहीं, एआईसीसी की ओर से तैनात किए गए सीनियर ऑब्जर्वर मिस्त्री अपने 25 ऑब्जर्वर्स और अन्य सीनियर नेताओं की अगुवाई में हर सीट पर जिताऊ उम्मीदवारों की तलाश कर रहे हैं। बता दें कि मिस्त्री इस बारे में राहुल गांधी और राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे रिपोर्ट करेंगे। उसको बाद मिस्त्री की रिपोर्ट को स्क्रीनिंग कमेटी की रिपोर्ट के साथ मिलाया जाएगा और इसके आधार पर सेंट्रल इलेक्शन कमेटी में राजस्थान के उम्मीदवार घोषित किए जाएंगे।
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क्यों लिया ऐसा फैसला?
राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खड़गे इस बार पार्टी के अंदर बगावत नहीं चाहते हैं। इस बार कांग्रेस पिछली बार की गलतियों को नहीं दोहराना चाहती है। बता दें कि पिछली बार राजस्थान में अशोक गहलोत और सचिन पायलट के बीच लड़ाई के चलते कई सीटों पर पार्टी में ही बगावत हुई थी और उम्मीदवारों को हार का सामना करना पड़ा था।