संजय गुप्ता, INDORE. इंदौर में बीजेपी के लिए अयोध्या नाम से पहचान रखने वाली विधानसभा चार में गौड़ परिवार का विरोध बढ़ता जा रहा है। हालत यह है कि जिस तरह जनआशीर्वाद यात्रा में इंदौर विधानसभा एक में सुदर्शन गुप्ता के नाम को लेकर विरोध, नारेबाजी हुई, अब शनिवार (30 सितंबर) सीएम शिवराज सिंह चौहान के सामने ही गौड़ परिवार के खिलाफ विरोध जताया गया और तीन पन्नों का पत्र देते हुए गंभीर आरोप लगाए गए। यहीं नहीं विरोधी खेमे ने अपनी ओर से चार नाम भी दिए हैं, जिन्हें प्रत्याशी बनाए जाने की मांग की है, यह सभी पूर्व पार्षद है। इसमें भरत पारिख, ज्योति तोमर, राजेश आजाद और जवाहर मंगवानी का नाम है। साथ ही यह भी कहा गया है कि इनके अलावा भी पार्टी गौड़ परिवार को छोड़कर अन्य किसी को भी टिकट देती है तो हमे कोई ऐतराज नहीं।
विरोधी खेमे ने की शिकायत तो समर्थकों ने लगाए जय श्रीराम के नारे
सीएम चौहान शनिवार शाम (30 सितंबर) को जब इंदौर एअरपोर्ट पर पहुंचे तब ज्योति तोमर, राजेश आजाद, जवाहर मंगवानी राजेश शुक्ला, घनश्याम शेर, देवेंद्रसिंह रावत, वैभव शुक्ला, देवकीनंदन तिवारी, वीरेंद्र त्रिपाठी, प्रकाश पारवानी, राजेश जैन, सचिन जैसवानी, सन्नी टुटेजा, जगदीश सोलंकी, आदर्श सचान, निर्मला राजानी अन्य कार्यकर्ता पदाधिकारियों ने सीएम से मुलाकात की और गौड़ परिवार को लेकर विरोध जताया। सीएम को लिखित पत्र भी सौंपा गया। इसी दौरान समर्थक भी पहुंच गए और उन्होंने जय श्रीराम के नारे बाजी शुरू कर दी। सीएम ने बाद में बात करने की बात कहकर विरोधियों को टाल दिया।
सीएम को लिखित पत्र में लगाए गए गंभीर आरोप
यह है पत्र-
सीएम शिवराज सिंह चौहानजी
विषय :- मध्य प्रदेश के इंदौर जिले की विधानसभा क्षेत्र क्रमांक 4 से उम्मीदवार बदलने हेतु।
महोदय,
निम्नलिखित कारणों से इंदौर विधानसभा क्षेत्र क्रमांक 4 से उम्मीदवार बदलने की आवश्यकता है।
(1) लक्ष्मण सिंह गौड़ इसी विधानसभा से तीन बार विधायक रहे हैं। उनके निधन पश्चात सहानुभूति पूर्वक उन्हीं की पत्नी श्रीमती मालिनी लक्ष्मण सिंह गौड को इसी विधानसभा से तीन बार उम्मीदवार बनाया गया है। इसके अतिरिक्त श्रीमती मालिनी लक्ष्मण सिंह गौड़ को इंदौर नगर निगम से महापौर का भी उम्मीदवार बनाया गया। इस प्रकार इस परिवार को अब तक भारतीय जनता पार्टी ने सात बार उम्मीदवार बनाया है और यही परिवार पुनः आठवीं बार भी इसी विधानसभा से चुनाव लड़ने हेतु इच्छुक है। वर्तमान में विधायक मालिनी लक्ष्मण सिंह गौड़ अस्वस्थ होने के कारण वह अपने कार्यालय में भी लंबे समय से अनुउपलब्ध रहती है। इस कारण आमजन उनसे आवश्यक कार्य होने के बावजूद भी संपर्क नहीं कर पा रहा हैं।
(2) पुत्र एकलव्य सिंह गौड़ का जबरदस्त आतंक।
महोदय, उनके पुत्र एकलव्य लक्ष्मण सिंह गौड़ ने पुरी विधानसभा में जबरदस्त आतंक मचा रखा है। उन्होंने भारतीय जनता पार्टी के मंडल अध्यक्ष, युवा मोर्चा के नगर अध्यक्ष, युवा मोर्चा के नगर उपाध्यक्ष व आई टी सेल के नगर संयोजक जैसे अनेक कार्यकर्ताओं को अलग-अलग घटनाओं में बुरी तरह से पीटा है। उनके द्वारा एक पृथक से पैरेलल संगठन "हिन्द रक्षक" नाम से चलाया जाता है। उनके इस संगठन की गतिविधियों में सम्मिलित न होने वाले भाजपा कार्यकर्ताओं को वे सदैव अपना निशाना बनाते रहते हैं। इस विधानसभा में भाजपा कार्यकर्ता सदैव प्रताड़ित हुआ है और उनके निजी संगठन के कार्यकर्ता उपकृत होकर पार्षद, एल्डर मेन, विकास प्राधिकरण, निगम, मंडलों, जैसे शासकीय उपक्रमों में पदस्त होते रहते हैं। वे लगातार अवैधानिक गतिविधियों में लिप्त रहते हैं। उनकी ऐसी गतिविधियों के चलते क्षेत्र में "विरोधी लहर" चल पड़ी है। अगर इस परिवार को पुनः विधानसभा चुनाव में अवसर प्रदान किया जाता है तो परिणाम विपरीत ही होंगे।
(3) अवैध कब्जे, भूमाफियाओं से सांठगांठ व चंदाखोरी से वातावरण विपरीत।
महोदय, विधायक श्रीमती मालिनी लक्ष्मण सिंह गौड़ के पुत्र एकलव्य लक्ष्मण सिंह गौड़ द्वारा लगातार अवैध कब्जे किये जा रहे हैं। वे भूमाफियाओं से साथ मिलकर कर हकदारों का हक मारते जा रहे हैं। चंदा खोरी की भी बहुत शिकायतें चरम पर है। ऐसे में इस परिवार को अगर पुनः विधानसभा से उम्मीदवार बनाया जाता है तो भारतीय जनता पार्टी का ही नाम खराब होगा। अतः आपसे अनुरोध है कि ऊपर उल्लेखित निम्नलिखित बिंदुओं को दृष्टिगत रखते हुए कृपया इस विधानसभा में युवा, तेज तर्रार एवं विजनरी कार्यकर्ता को भारतीय जनता पार्टी का उम्मीदवार बनाने की कार्यवाही करने का कष्ट करें।
यही निवेदन है।
धन्यवाद।
भवदीय
भारतीय जनता पार्टी, इंदौर
क्षेत्र क्रमांक 4 के समस्त
निष्ठावान कार्यकर्तागण।
1993 से गौड़ परिवार के पास है सीट-
यह सीट साल 1993 से ही गौड़ परिवार के पास है। साल 1990 में कैलाश विजयवर्गीय यहां से चुनाव जीते लेकिन 1993 में फिर लक्ष्मणसिंह गौड़ को टिकट मिला, 1993, 1998 और 2003 मे वह चुनाव जीते, उनके निधन के बाद 2008, 2013 और 2018 में उनकी पत्नी मालिनी ने चुनाव लड़ा और चुनाव जीता।
राज्य सभा के पूर्व सांसद मेघराज जैन ने भी किया विरोध
दो दिन पहले राज्यसभा के पूर्व सांसद और बीजेपी के वरिष्ठ नेता मेघराज जैन ने भी फेसबुक पर गौड़ परिवार को लेकर विरोध जताया। उन्होंने लिखा कि- मैं बहुत दुख के साथ लिख रहा हूं और बीजेपी नेतृत्व को निवेदन कर रहा हूं कि इंदौर में गौड़ परिवार को टिकट नहीं दिया जाए और दिया तो मजबूरी में वोट बीजेपी को तो देंगे यह जीत भी जाएंगे पर पार्टी हार जाएगी। बीजेपी हार जाएगी। कार्यकर्ता हार जाएगा। संगठन समाप्त हो जाएगा। हिंद रक्षक नाम का आतंक जो पारिवारिक आतंक का पर्याय बन चुका है वह जीतेगा. और बाद में बीजेपी ही नहीं बचेगी। यह सत्य और पीड़ा हैष। मैं तो सब संगठन हित में लिखा है और मेरा कोई व्यक्तिगत कोई इस परिवार से नाराजी नहीं है, उनके कार्यों से पार्टी को बचाना है।– मेघराज जैन