मनीष गोधा, JAIPUR. राजस्थान के चुनावी रण में शनिवार को कांग्रेस के दो शीर्ष नेताओं राहुल गांधी और पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे की सभा के बाद अब सोमवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आएंगे। बीजेपी की चार परिवर्तन संकल्प यात्राओं के समापन के अवसर पर प्रधानमंत्री मोदी की यह सभा जयपुर के पास ददिया में होगी। सोमवार को जनसंघ के संस्थापकों में रहे दीनदयाल उपाध्याय की जयंती भी है। ऐसे में पीएम मोदी जयपुर के पास धानक्या में बने उनके स्मारक का अवलोकन करने भी जाएंगे।
प्रधानमंत्री मोदी सोमवार को करीब एक बजे जयपुर पहुंचेंगे। पहले वे धानक्या जाएंगे और दीनदयाल उपाध्याय स्मारक का अवलोकन करेंगे। इसके बाद दोपहर दो बजे के बाद जयपुर की रिंग रोड के पास स्थित ददिया में एक जनसभा को सम्बोधित करेंगे। पार्टी इस जनसभा को ऐतिहासिक बनाने में जुटी है, क्योंकि वैसे तो पीएम मोदी लगातार राजस्थान के दौरे कर रहे हैं, लेकिन राजधानी जयपुर में इस चुनाव में उनकी यह पहली सभा होगी। चूंकि, इसे परिवर्तन यात्राओं की समाप्ति की सभा बताया जा रहा है, इसलिए परिवर्तन यात्राओं की सफलता साबित करने के लिए भी पार्टी इस सभा को मोदी की सबसे बड़ी सभा बनाने की तैयारी कर रही है। प्रदेश के हर बूथ से कम से कम पांच-पांच लोगो को सभा में लाने का टास्क दिया गया है और बाहर से आने वालों को सभास्थल पर पहुंचने में किसी तरह की समस्या ना हो, इसलिए इस बार सभा भी जयपुर शहर से करीब 10 किलोमीटर दूर रिंगरोड के पास एक खुले स्थान पर रखी गई है।
सबकी नजर वसुंधरा राजे को मिलने वाले महत्व पर
प्रधानमंत्री की इस सभा को पार्टी का चुनावी शंखनाद माना जा रहा है। क्येांकि, अगले माह के पहले सप्ताह में चुनाव की आचार संहिता लग जाएगी और इससे पहले कोई और बड़ी सभा प्रस्तावित नहीं है। ऐसे में इस बात पर तो नजर रहेगी ही कि पीएम मोदी किन मुद्दों को उठाते हैं और कांग्रेस नेता राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खड़गे जो मुद्दे उठा कर गए हैं, उनका क्या जवाब देते हैं। लेकिन सबसे ज्यादा नजर इस बात पर रहेगी कि इस सभा में पीएम मोदी की ओर से पूर्व सीएम वसुंधरा राजे को कितना महत्व दिया जाता है। परिवर्तन यात्रा की शुरुआती सभाओं में पार्टी के केन्द्रीय नेताओं की ओर से राजे को पूर्व सीएम के रूप में काफी महत्व दिया गया था। चूंकि, पार्टी ने अभी तक चुनाव के लिए कोई चेहरा घोषित नहीं किया है, ऐसे में केन्द्रीय नेताओं से मिली तवज्जो को राजे के लिए काफी अहम माना गया था। अब नजर इसी बात पर रहेगी कि प्रधानमत्री मोदी का भी ऐसा ही रुख रहता है या कोई और तस्वीर सामने आएगी। यहां यह महत्वपूर्ण है कि परिवर्तन यात्राओं की शुरुआत के बाद राजे यात्राओं से गायब हो गईं थी। इन यात्राओं में पार्टी के अन्य प्रमुख नेता तो शामिल हुए और उनकी सभाएं भी हुई, लेकिन राजे कहीं नहीं गई और ना उनकी सभा हुई। हालांकि, इस दौरान जयपुर और दिल्ली में हुई पार्टी की अहम बैठकों में राजे मौजूद रहीं।
ईआरसीपी पर भी रहेगी नजर
इसके साथ ही पीएम की सभा में नजर इस बात पर भी रहेगी कि वे राजस्थान के लिए क्या महत्वपूर्ण घोषणा या चुनावी वादा करेंगे। इसमें सबसे बड़ा मुद्दा पूर्वी राजस्थान नहर परियोजना यानी ईआरसीपी का है। कांग्रेस ने इसे बड़ा चुनावी मुद्दा बनाया हुआ है। बहरहाल, यह तय है कि पीएम मोदी की कल होने वाली सभा चुनाव में पार्टी के चेहरे के बारे में स्थितियां काफी हद तक साफ कर जाएगी और पार्टी किन मुद्दों को आगे रख कर चुनाव में जाने वाली है, यह भी बहुत हद तक साफ हो जाएगा।