GWALIOR. ग्वालियर में पीडब्ल्यूडी के एग्जीक्यूटिव इंजीनियर को लोकायुक्त की टीम ने 15 हजार की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया है। लोकायुक्त के जाल में फंसे अधिकारी को जब खुदके खिलाफ हुई इस कार्रवाई का पता चला तो वह लोकायुक्त के अधिकारियों के पैर पकड़कर गिड़गिड़ाने लगा। बेटी की शादी का हवाला दिया, बर्बाद हो जाने की दुहाई दी। इतना ही नहीं जब अधिकारी नहीं पसीजे तो इंजीनियर साहब जमीन पर लोट-लोटकर बिलखने भी लगे, जिसका वीडियो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
यह है मामला
लोकायुक्त निरीक्षक राघवेंद्र तोमर ने बताया कि ठेकेदार महेंद्र बैस ने लोकायुक्त में शिकायत दी थी कि पीडब्ल्यूडी के एग्जीक्यूटिव इंजीनियर पीके गुप्ता रनिंग बिल पास करने के एवज में 70 हजार रुपए की रिश्वत की डिमांड कर रहे हैं। वे ठेकेदार से 55 हजार रुपए पहले ही ले चुके थे। बावजूद इसके बिल पास नहीं किया तो ठेकेदार ने कंप्लेंट कर दी। जिसके बाद लोकायुक्त ने शिकायत का परीक्षण किया और फिर शिकायतकर्ता को रिश्वत की आखिरी किश्त रुपए 15 हजार के साथ कार्यपालन यंत्री के पास भेजा था। जहां वे रंगे हाथों गिरफ्तार किए गए।
यह कहकर गिड़गिड़ाता रहा अधिकारी
वायरल हुए वीडियो में साफ सुनाई दे रहा है कि पीडब्ल्यूडी ईई पीके गुप्ता बार-बार अधिकारियों के पैर छू रहे हैं। वे कहते नजर आ रहे हैं कि छोड़ दो....बर्बाद हो जाऊंगा....मेरी बेटी की शादी है। यह पूरा वीडियो ग्वालियर मेला मैदान का है, जहां अधिकारी को ट्रैप किया गया था।
कलेक्टर के बंगले पर कराई थी बिजली की फिटिंग
शिकायतकर्ता ठेकेदार महेंद्र बैस ने बताया कि उसे भिंड कलेक्टर के बंगले में इलेक्ट्रिफिकेशन का ठेका मिला था। इस काम का बिल पास करने के लिए गुप्ता 70 हजार की घूस मांग रहे थे। उन्होंने कहा कि यह अधिकारी कभी 20 परसेंट तो कभी 25 परसेंट कमीशन मांगता था, अब इसकी डिमांड कुछ ज्यादा ही बढ़ गई थी। मेरा रनिंग बिल 2 लाख 72 हजार रुपए का था। गुप्ता मुझसे 25 परसेंट के हिसाब से घूस मांग रहा था। मैंने 55 हजार रुपए दे भी दिए थे लेकिन बिल पास होने के बाद यह 25 हजार और मांग रहा था। जिस पर मैंने लोकायुक्त में शिकायत कर दी।