संजय गुप्ता, INDORE. इंदौर की महू विधानसभा सीट अभी होल्ड पर है और आज शनिवार को नाम घोषित होना है, लेकिन इसके पहले यहां स्थानीय प्रत्याशी की मांग तेज हो गई है। खासकर कांग्रेस की ओर से लगातार स्थानीय को ही टिकट देने के चलते मांग और तेज हो रही है। कुछ समय पहले भी यहां विधायक और मंत्री उषा ठाकुर के खिलाफ पोस्टर लगे थे और स्थानीय की मांग थी। वहीं अब महू के नेताओं ने मध्यप्रदेश के चुनाव प्रभारी और केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव को पर्चे दिए हैं, जिसमें पूर्व विधायक कैलाश विजयवर्गीय के साथ ठाकुर को लेकर कहा गया है कि हमारा अनुभव ठीक नहीं रहा।
पर्चे में क्या लिखा है ?
केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव को संबोधित करते हुए पर्चे में लिखा है कि इस विधानसभा में बीते 15 सालों से बीजेपी का कब्जा है। दस साल माननीय कैलाश विजयवर्गीय और बीते पांच सालों से उषा ठाकुर जी द्वारा विधानसभा में प्रतिनिधित्व किया जा रहा है। लेकिन 15 सालों से स्थानीय जनप्रतिनिधि न होने के कारण कार्यकर्ता, संगठन और विचारधारा के आधार पर हमारा अनुभव अच्छा नहीं है। इसलिए इस बार स्थानीय कार्यकर्ता को ही पार्टी का अधिकृत उम्मीदवार घोषित किया जाए।
इन पदाधिकारियों ने उठाई मांग
पर्चे पर प्रदेश कार्य समिति सदस्य राधेश्याम यादव, पूर्व जिलाध्यक्ष अशोक सोमानी और डॉ. रीता उपमन्यु, लोकतंत्र सेनानी शेखर बुंदेला, प्रहलाद सिंह ठाकुर, रामचंद्र सूले, पूर्व जिलाध्यक्ष जिला पंचायत रामकरण भाभर, पूर्व अध्यक्ष जनपद पंचायत संतोष पाटीदार, अध्यक्ष जिला युवा मोर्चा मनोज ठाकुर, गुलाब रोजारा, राजेंद्र हर्षवाल, रचना विजयवर्गीय, शिव शर्मा, महमदू सेठ और रवि यादव के हस्ताक्षर हैं।
यादव से मुलाकात कर रखी बात
मध्यप्रदेश के चुनाव प्रभारी और केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव शुक्रवार को गुरु अमरदास हाल में इंदौर-उज्जैन संभाग की बैठक ले रहे थे। इसमें गुजरात से आए प्रवासी विधायक और दोनों ही संभाग के पदाधिकारी मौजूद थे। इसी दौरान महू से मनोज ठाकुर, अशोक सोमानी और राधे श्याम यादव के साथ कुछ अन्य नेता और कार्यकर्ता भूपेंद्र यादव से मिले। महू के स्थानीय नेता और बीजेपी के पूर्व जिला अध्यक्ष अशोक सोमानी ने कहा कि हमने भूपेंद्र यादव जी से निवेदन किया है कि स्थानीय कार्यकर्ता को ही बीजेपी अपना उम्मीदवार बनाए। ये कार्यकार्ताओं की भावना है। हमारे बूथ के कार्यकर्ता ये चाहते हैं कि महू में इस बार स्थानीय कार्यकर्ता को टिकट मिले।
बीते चुनाव में वादा था स्थानीय को अगली बार देंगे
महू से दावेदारी कर रहे मनोज ठाकुर का कहना है कि वरिष्ठ नेता और कार्यकर्ता पूर्व जिला अध्यक्ष, पूर्व नगर परिषद अध्यक्ष, वर्तमान नगर परिषद अध्यक्ष चुनाव में बीजेपी को आगे बढ़ाने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। सभी लोगों का एक विचार बना है कि इस बार महू में स्थानीय प्रत्याशी हो। पिछली बार भी ये बात सामने आई थी तो संगठन का कहना था कि अगली बार स्थानीय प्रत्याशी को ही मैदान में उतारा जाएगा। इसी वजह से आज सभी ने मांग की है कि संगठन अब इस विषय पर विचार करे। महू में किसी भी कार्यकर्ता को अगर टिकट मिलता है तो सब उसका साथ देंगे। सभी मिलजुल कर काम करेंगे।
पहले स्थानीय ही लड़ते थे, लेकिन अब बाहरी
महू में पहले स्थानीय प्रत्याशी को ही टिकट दिया जाता था, लेकिन जब कांग्रेस के अंतर सिंह दरबार ने लगातार 2 बार जीत हासिल की। 1998 और 2003 में तो फिर बीजेपी ने नीति बदली और विजयवर्गीय को साल 2008 में महू भेज दिया और उन्होंने जीत हासिल की, फिर 2013 में उन्होंने दरबार को लगातार दूसरी बार हराया। वहीं 2018 में उषा ठाकुर को महू भेजा गया और उन्होंने भी जीत हासिल की और दरबार को हराया। महू से इस बार स्थानीय की मांग उठी है।
स्थानीय की मांग में कविता पाटीदार बड़ी दावेदार
स्थानीय की मांग में देखा जाए तो राज्यसभा सांसद कविता पाटीदार ही मजबूत दावेदार है, जो पूर्व विधायक भेरूलाल पाटीदार की बेटी है। वे यहां के धाकड़ नेता रहे हैं। अन्य प्रत्याशी की बात करें तो दिनेश कंचन सिंह चौहान, मनोज ठाकुर के भी नाम दौड़ में हैं। वहीं बाहरी में मौजूदा विधायक ठाकुर ही फिर से दावेदार हैं।
ये खबर भी पढ़िए..
कांग्रेस में दरबार पर सभी की नजर
कांग्रेस की ओर से रामकिशोर शुक्ला का नाम घोषित होने के बाद वहां पूर्व विधायक और पांच बार कांग्रेस से चुनाव लड़ चुके अंतरसिंह दरबार की आज की रैली पर सभी नजरें हैं। वह महू में शनिवार को रैली कर रहे हैं औऱ् फिर इसमें फैसला करेंगे कि निर्दलीय चुनाव में उतरना है या नहीं। उधर शुक्ला का कहना है कि दरबार मेरे मित्र है, वह मेरा साथ देंगे। वही टिकट नहीं मिलने से दरबार आहत है और इसे उन्होंने अन्याय बताया है। ये भी चल रहा है कि पार्टी भी इस विरोध रैली पर नजर रख रही है, यदि माहौल बहुत ज्यादा खिलाफ मिला तो टिकट बदलने पर भी विचार हो सकता है।