JAIPUR. राजस्थान में नई सरकार चुनने के लिए 25 नवंबर को मतदान होंगे। वोटों की गिनती 3 दिसंबर को होगी। यूं तो प्रदेश में 200 सीटे हैं, लेकिन बीते कुछ चुनावों से 199 सीटों पर ही चुनाव हो रहा है। ऐसा लगता है जैसे चुनाव से एक बड़ा ही अजीब इत्तेफाक जुड़ा हुआ है। ऐसा इसलिए क्योंकि राजस्थान का चुनाव यहां से जुड़े रिवाजों के चलते भी बाकी राज्यों से अलग हो जाता है। एक रिवाज यहां बनता दिखाई दे रहा है। लगातार पिछले तीन विधानसभा चुनावों से...पिछले तीन चुनावों से लगातार 199 सीटों पर मतदान हो रहे है। इस बार भी ऐसा ही होगा। अगर हम साल 2013 और 2018 के चुनावों के साथ 2023 में होने वाले चुनाव पर नजर डालें तो इस बार भी राजस्थान की सभी 200 सीटों पर मतदान नहीं होगा।
पिछले डेढ़ दशक से चला आ रहा ऐसा....
दरअसल करणपुर विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस के उम्मीदवार गुरमीत सिंह कूनर का एम्स दिल्ली में इलाज के दौरान निधन हो गया है। गुरमीत सिंह कूनर, करणपुर से मौजूदा विधायक थे। कांग्रेस के लिए यह एक बड़ा झटका माना जा रहा है। उनके निधन के बाद अब 200 सीट वाले राजस्थान में इस बार भी लगातार तीसरी बार 199 सीटों पर ही मतदान होगा। बता दें, तीनों चुनाव में किसी न किसी प्रत्याशी की अकाल मौत हुई है। इस बार भी राजस्थान में एक उम्मीदवार के निधन की वजह से एक सीट पर 25 नवंबर को मतदान नहीं होगा। 2013, 2018 के बाद अब 2023 में भी ये देखने को मिल रहा है।
पिछले कुछ सालों का रिकॉर्ड...
- 2013- चुरू से बसपा प्रत्याशी जगदीश मेघवाल
- 2018- अलवर की रामगढ़ सीट से बसपा प्रत्याशी लक्ष्मण सिंह
- 2023- कांग्रेस के उम्मीदवार गुरमीत सिंह कूनर
2018 में निर्दलीय चुनाव लड़कर विधायक बने थे कूनर
गुरमीत सिंह ने 2018 में निर्दलीय चुनाव लड़ा था। लेकिन इसके बाद वह कांग्रेस पार्टी के समर्थन में आ गए। इस बार कांग्रेस ने उन्हें करणपुर विधानसभा क्षेत्र से टिकट दिया था। लेकिन कुछ दिन पहले ब्रेन हेमरेज होने के चलते उन्हें दिल्ली में इलाज के लिए ले जाया गया, जहां उनका निधन हो गया।