MANDSAUR. विधानसभा चुनाव में सियासी दलों ने भले ही महिलाओं को 50 फीसदी आरक्षण नहीं दिया हो लेकिन निर्वाचन आयोग ने इस बार पूरी तरह से मतगणना की जिम्मेदारी महिलाओं के हाथ में दे दी है। मंदसौर में मतगणना का सारा काम महिला टीम ही करेगी। इसके लिए निर्वाचन आयोग महिला मतगणना कर्मियों को बकायदा ट्रेनिंग भी दे रहा है।
मतगणना 3 दिसंबर को
तीन दिसंबर को मध्य प्रदेश में मतगणना होगी और इस बार की मंदसौर में काउंटिंग अनूठी रहने वाली है। मंदसौर में इस बार पिंक काउंटिंग यानी काउंटिंग का काम महिला मतगणना कर्मियों के हाथ में रहेगा। निर्वाचन आयोग ने महिला मतगणना कर्मियों को इसके लिए प्रशिक्षण देना शुरू कर दिया है। मतगणना में पर्यवेक्षक, माइक्रो आब्जर्वर, गणना सहायक, डाकमत पत्र, गणना सहायक भी महिला कर्मचारी ही होंगी। निर्वाचन आयोग ने 275 महिला कर्मचारियों की सूची भी जारी कर दी है जो 3 दिसंबर को मतगणना का काम देखेगी।
मतगणना का पूरा काम महिलाएं संभालेंगी
मंदसौर में 22 राउंड की मतगणना होगी। इसका पूरा काम महिला कर्मचारियों के जिम्मे रहेगा। मंदसौर कलेक्टर और जिला निर्वाचन अधिकारी दिलीप कुमार यादव ने इस बार पिंक मतगणना टीम का प्लान किया और अलग-अलग विभागों से महिला कर्मचारियों की सूची मंगवाई। सूची फाइनल होने के बाद उनका प्रशिक्षण शुरू कर दिया। जिन विभागों से महिला अधिकारियों और कर्मचारियों को मतगणना टीम में लिया गया उनमें जिला पंचायत, जनपद पंचायत शिक्षा विभाग, पीडब्ल्यूडी , ग्रामीण यांत्रिकी सेवा विभाग सहित अन्य विभागों की महिला कर्मचारी अधिकारी शामिल हैं।
पिंक मतदान-पिंक मतगणना
कलेक्टर दिलीप कुमार यादव ने बताया इस बार हमने पिंक मतदान केंद्र के साथ-साथ पिंक मतगणना का भी प्लान किया था। इस बार 100 प्रतितश महिला कर्मचारी अधिकारी मतगणना का कार्य करेंगी। अभी तक महिला कर्मचारी अधिकारी मतदान दल तक सीमित थीं, लेकिन इस बार पूरी तरह से मतगणना दल में मतगणना का पूरा जिम्मा महिला अधिकारियों कर्मचारियों के हाथ में ही रहेगा। मंदसौर जिला प्रशासन और निर्वाचन आयोग का यह नवाचार महिला अधिकारियों और कर्मचारियों को भी पसंद आ रहा है। उनका कहना है महिलाएं जब घर संभाल सकती हैं तो यह जिम्मेदारी क्यों नहीं संभाल सकतीं।