RAIPUR. लोकसभा में मंगलवार 19 सितंबर को महिला आरक्षण बिल पेश किया गया। इसके मुताबिक, लोकसभा और राज्यों की विधानसभा में महिलाओं के लिए 33 प्रतिशत रिजर्वेंशन लागू किया जाएगा। महिला आरक्षण बिल को मंजूरी दिए जाने के बाद छत्तीसगढ़ में सियासी हलचल तेज हो गई है। इस नए विधेयक पर बीजेपी के नेता जहां इसे ऐतिहासिक निर्णय बताते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और सरकार के प्रति आभार व्यक्त कर रहे हैं, वहीं कांग्रेस इसको लेकर आशंका जाहिर कर रही है।
यह एक ऐतिहासिक निर्णय : कौशिक
पूर्व नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक का कहना है कि महिला सशक्तिकरण की दिशा में प्रधानमंत्री लगातार काम कर रहे हैं, मुझे लगता है कि 33% आरक्षण एक बड़ा और ऐतिहासिक निर्णय है। इससे छत्तीसगढ़ की महिलाओं को भी लाभ मिलेगा, बड़ी संख्या में महिलाएं का भी विधानसभा में प्रतिनिधित्व होगा। इसके लिए प्रधानमंत्री और पूरी कैबिनेट का आभार।
CM बघेल ने महिला आरक्षण बिल पर कही बड़ी बात
महिला आरक्षण बिल पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि अभी इसे कैबिनेट ने क्लीयर किया है, इसका अध्ययन करेंगे। अभी लागू होगा या 2027 परिसीमन के आधार पर स्पष्ट नहीं है, उनका कहना है कि जनगणना नहीं हुई है तो परिसीमन किस आधार पर होगा। इसे लेकर बहुत से सवाल हैं, लोकसभा में चर्चा होगी तो सदस्य अपनी बात रखेंगे। माना जा रहा है कि परिसीमन 2027 में हो सकता है, ऐसे में महिलाओं के हिस्से की सीटें अब बढ़ेंगी।
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ओपी चौधरी ने कांग्रेस पर किया पलटवार
इस पर बीजेपी प्रदेश महामंत्री ओपी चौधरी ने पलटवार करते हुए कहा कि 50 साल तक मौका मिला था, तीन- तीन चौथाई तक बहुमत उनके पास रहा। जब पीएम मोदी प्रगतिशील कामों को कर रहें हैं, कांग्रेस जबरदस्ती बीच में आती है। ये केवल तकनीकी मुद्दों में उलझाए रखना चाहते हैं। महिला आरक्षण को जैसे रोक कर रखे थे वैसे ही आगे उलझाकर रखना चाहते हैं। केंद्र सरकार के फैसले से निश्चित रूप से महिलाओं का हर क्षेत्र में प्रतिनिधित्व बढ़ेगा। इससे ये कहा जा सकता है कि मोदी सरकार के इस फैसले से आने वाले चुनाव में बीजेपी को फायदा होगा।