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RAIPUR. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अपने जन्मदिन के अवसर पर प्रधानमंत्री विश्वकर्मा कौशल सम्मान योजना की शुरुआत की गई। इस योजना को लेकर छत्तीसगढ़ में सियासत शुरु हो गई है। योजना को लेकर कांग्रेस और बीजेपी नेताओं के बीच बयानबाजी तेज हो गई है। कांग्रेस ने तो यहां तक कह दिया कि केंद्र सरकार ने भूपेश सरकार की पौनी पसारी योजना की नकल की है।
केंद्र ने की हमारी योजनाओं का नकल : कांग्रेस
कांग्रेस संचार प्रमुख सुशील आनंद शुक्ला का कहना है कि केंद्र सरकार ने हमारी योजनाओं का नकल किया है। यह अच्छी बात है कि अच्छे कामों की नकल होनी चाहिए, लेकिन इस योजना के खिलाफ बोलने वाले बीजेपी नेताओं को माफी भी मांगना चाहिए।
पारंपरिक व्यवसाय से जुड़े लोगों को मिलेगा लाभ
पीएम मोदी के जन्मदिन पर प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना की शुरुआत की गई है, जिसका लाभ नाई, बढ़ई, कुम्हार, मूर्तिकार, बंसोढ़, राजमिस्त्री, धोबी, लोहार और मोची जैसे 18 पारंपरिक व्यवसाय से जुड़े लोगों को मिलेगा। योजना के लाभार्थियों को 15 हजार रुपए के टूल दिए जाएंगे। इसके साछ ही कारीगरों और शिल्पकारों को ट्रेनिंग भी दी जाएगी। अब केंद्र और राज्य सरकार की योजनाओं को लेकर कांग्रेस और बीजेपी आमने-सामने है।
दो साल से चल रही पौनी पसारी योजना
कुछ इसी तरह का काम छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सरकार भी पिछले दो साल से पौनी पसारी योजना के माध्यम से प्रदेश के सभी निकायों में कर रही है। जिसमें बारिश और गर्मी से बचने के लिए शेड और पक्का चबूतरे के साथ ही साथ आर्थिक मदद भी की जा रही है।
केंद्र और राज्य सरकार की दोनों योजनाओं से यह प्रतीत हो रहा है कि परंपरागत व्यवसाय से जुड़े लोगों को लाभ हो रहा है। लेकिन दोनों पार्टियां ज्यादा से ज्यादा कोशिश में लगी हुई है कि इस व्यवसाय से जुड़े लोग उनका साथ दें। ऐसे में अब देखना होगा कि छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव और 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव में ये लोग किसका साथ दे रहे हैं।