उप्र में 24 घंटे में 398% ज्यादा पानी बरसा, मप्र में 15 से तेज बारिश का दौर होगा शुरू, आज कई राज्यों में झमाझम बारिश की संभावना

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Pratibha Rana
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उप्र में 24 घंटे में 398% ज्यादा पानी बरसा, मप्र में 15 से तेज बारिश का दौर होगा शुरू, आज कई राज्यों में झमाझम बारिश की संभावना

New Delhi. मानसून के इस बार अलग रंग देखने को मिला। जुलाई, अगस्त में कई राज्यों में बारिश कम हुई, जिससे किसानों पर चिंता के बाद मंडराने लगे, वहीं अब देश में लौटते मानसून के चलते कई राज्यों में तेज बारिश ने चिंता बढ़ा दी है। हालात ऐसे कि उप्र में 24 घंटे के दौरान 398 प्रतिशत ज्यादा बारिश हो चुकी है। कई जिलों में बाढ़ जैसे हालात हैं। खेतों और निचले इलाकों में पानी भर गया है। कई लोगों को राहत शिविरों में पहुंचाया गया है। राष्ट्रीय मौसम विभाग ने मंगलवार (12 सितंबर) को मध्य प्रदेश, राजस्थान, उत्तर प्रदेश और ओडिशा सहित 16 राज्यों में तेज बारिश की संभावना जताई है।

उप्र के 19 जिलों में बारिश का अलर्ट जारी

उप्र के कुछ जिलों में पिछले 24 घंटे यानी सोमवार सुबह से भारी बारिश हो रही है। इससे कई इलाके जलमग्न हो गए हैं। मंगलवार को भी 19 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। मौसम विभाग के मुताबिक, राज्य में अगले पांच दिन ऐसा ही मौसम रहेगा। सोमवार (11 सितंबर) को उप्र में पिछले 24 घंटे में सामान्य से 398% ज्यादा पानी बरसा है। हालात को देखते हुए बाराबंकी और लखीमपुर खीरी में स्कूल बंद कर दिए गए हैं।

मप्र में अगले तीन दिन हल्की बूंदाबांदी

मध्यप्रदेश में दो दिन पहले कुछ जिलों में तेज वर्षा का दौर जारी था, वहीं फिलहाल अभी रिमझिम जारी है। कुछ जिलों में बादल छाए हुए हैं। मौसम विभाग ने अगले दो-ती दिन हल्की बूंदाबांदी होने की जानकारी दी है, वहीं 15 सितंबर से तेज बारिश का दौर शुरू होगा, जो 21 सितंबर तक रहेगा।

उप्र में अब तक 19 की मौत, 31 जिलों में अलर्ट

उप्र में बारिश का कहर जारी है। अब तक 19 लोगों की जान जा चुकी है। चार मौतें हरदोई में, तीन बाराबंकी में, प्रतापगढ़ और कन्नौज में दो-दो और अमेठी, देवरिया, जालौन, कानपुर, उन्नाव, संभल, रामपुर और मुजफ्फरनगर जिलों में एक-एक व्यक्ति की मौत हुई है। आईएमडी ने उप्र के 31 जिलों में बारिश का अलर्ट जारी किया है, वहीं सात दिन तक बारिश का अनुमान भी जताया है। पिछले कई दिनों से हो रही बारिश की वजह से बाढ़ जैसे हालात पैदा हो रहे हैं। उप्र में बारिश से सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है। बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में ढाई हजार से ज्यादा गौशालाओं के करीब साढ़े चार लाख जानवरों के लिए चारे की व्यवस्था की गई है। 25 जिलों के 168 गांव बाढ़ से प्रभावित हुए हैं। हालांकि कोई भी नदी खतरे के जलस्तर से ऊपर नहीं बह रही है। 10 जनपदों के 168 गांव बाढ़ से प्रभावित हैं।

राहत-बचाव कार्य में जुटी एनडीआरएफ

बारिश से प्रभावित जिलों में सर्च और रेस्क्यू के लिए एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और पीएसी की कुल चार टीमें काम कर रही हैं। लोगों को राहत देने के लिए अब तक कुल 69674 ड्राई राशन किट, 448670 लंच पैकेट और 3150 डिगनिटी किट भी बांटे गए हैं। 3421 नावों को भी बचाव राहत कार्यों के लिए इस्तेमाल किया जा रहा है। बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में करीब 2775 गौशालाओं के 4,61,778 जानवरों और अन्य जानवरों के लिए भी चारे की व्यवस्था की गई है।



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