झुंझुनू रैली में प्रियंका गांधी का भाषण पुराना, नारा नया.. बोलीं- मोदी का लिफाफा खाली है, गहलोत ने किए 2 नए बड़े वादे

author-image
Vikram Jain
एडिट
New Update
झुंझुनू रैली में प्रियंका गांधी का भाषण पुराना, नारा नया.. बोलीं- मोदी का लिफाफा खाली है, गहलोत ने किए 2 नए बड़े वादे

मनीष गोधा, JAIPUR. कांग्रेस के दिग्गज नेता रहे शीशराम ओला के पैतृक गांव अरडावता, झुंझुनू में कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी की रैली में उनका भाषण हालांकि पुराना था, लेकिन उन्होंने राजस्थान के चुनाव के लिए एक नया नारा चला दिया- “मोदी का लिफाफा खाली है“। हालांकि इस नारे का संदर्भ एक गलत ढंग से प्रचारित की गई घटना है, लेकिन यह तय है कि अगले एक महीने तक यह नारा जम कर चलने वाला है। इस रैली में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने राजस्थान के हर परिवार की महिला मुखियाओं को हर साल 10 हजार रूपए देने और एक करोड़ पांच लाख परिवारों को 500 रूपए में सिलेंडर देने की घोषणा भी कर गए। इस दौरान रैली में बीजेपी के तीन बड़े चेहरे कांग्रेस में शामिल हुए। इस चुनाव में यह पहला मौका है जब कांग्रेस में कोई शामिल हुआ है।

पहले बात कांग्रेस के 2 चुनावी वादों की

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पिछले छह माह में राजस्थान की जनता के लिए सरकार का खजाना पूरी तरह खोल दिया है और अब चुनाव के मौके पर वे बड़ी घोषणाओं का सिलसिला शुरू कर रहे हैं। इसके तहत उन्होंने राजस्थान की हर परिवार की महिला मुखिया को दो या तीन किश्त में दस हजार रूपए प्रतिवर्ष यानी करीब आठ सौ रूपए प्रतिमाह देने की घोषणा की है। राजस्थान में करीब सवा करोड़ परिवार हैं और इनकी महिला मुखिया को सरकार दस हजार रूपए साल देती है तो प्रतिवर्ष करीब साढ़े 12 हजार करोड़ रूपए प्रतिवर्ष सरकार को खर्च करने होंगे। अब यह राशि कहां से और कैसे आएगी यह तो गहलोत जब सत्ता में लौटेंगे तभी पता चलेगा।

1 करोड़ 5 लाख फैमिली को ₹500 में मिलेगा सिलेंडर

इसके साथ ही कांग्रेस सरकार ने 1 करोड़ 5 लाख परिवारों को 500 रूपए में सिलेंडर देने की घोषणा भी की है। अभी सरकार की योजना के तहत 76 लाख परिवारों को लाभान्वित किया जा रहा है। इनमें उज्जवला सिलेंडर धारी और बीपीएल परिवार शामिल हैं। अब इनमें करीब 25 लाख परिवार और जुड़ेंगे। यह अभी स्पष्ट नहीं है कि इसका क्राइटेरिया क्या होगा, लेकिन अभी सिलेंडर नौ सौ रूपए में आ रहा है, इसलिए सरकार पर चार सौ रूपए प्रति सिलेंडर का भार पड़ेगा। सरकार ने योजना प्रतिवर्ष 12 सिलेंडर पर लागू की थी। यानी 12 करोड़ सिलेंडर पर मोटा-मोटा 400 रूपए प्रति सिलेंडर का भार माना जाए तो करीब 4 सौ करोड़ रूपए साल का भार आएगा। यानी कुल मिलाकर आज गहलोत ने करीब 13 हजार करोड़ रूपए प्रतिवर्ष के नए खर्च की घोषणा कर दी है। अब यह पैसा कैसे और कहां से आएगा, यह गहलोत जब सत्ता में लौटेंगे तो वही बता पाएंगे, क्योंकि उनकी पिछली कई घोषणाएं जैसे महिलाओं को निशुल्क मोबाइल फोन, ईआरसीपी, तीन नए जिले, जातिगत सर्वे आदि पर काम होना बाकी है। बताया जा रहा है कि आगामी सभाओं में गहलोत कुछ और घोषणाएं जैसे पशुपालकों से गायों का गोबर और मूत्र आदि खरीदने की योजना, बच्चियों को पढ़ाई के लिए 500 रूपए प्रतिमाह दिए जाने जैसी कुछ घोषणाएं और कर सकते हैं।

गलत ढंग से प्रचारित घटना पर प्रियंका ने गढ़ा नया नारा

सभा में प्रियंका गांधी का भाषण लगभग वही था जो 20 अक्टूबर को उन्होंने सिकराय में दिया था। उन्होंने वोटर्स से एक बार फिर ऐसी सरकार चुनने की अपील की जो उनके बारे में सोचे। साथ ही प्रियंका ने बीजेपी पर फिर वही चुनाव के समय धर्म के नाम वोट लेने के आरेाप लगाए। लेकिन इस सभा में वे एक नया नारा 'मोदी का लिफाफा खाली है' जरूर दे गईं। इस नारे का संदर्भ एक गलत ढंग से प्रचारित घटना है जिसके बारे में उन्होंने खुद कहा कि उन्हें नहीं पता यह घटना सही है या नहीं, लेकिन उन्होंने इसे टीवी पर देखा है। घटना कुछ यूं है कि इस साल जनवरी में मोदी भीलवाड़ा के देवनारायण मंदिर में आए थे और यहां के दानपात्र में उन्होंने कुछ राशि डाली थी। पिछले दिनों मंदिर के पुजारी ने दानपात्र खुलने के बाद दावा किया मोदी एक लिफाफा डाल कर गए थे और उसमें सिर्फ 21 रूपए निकले। हालांकि बाद में जब दानपात्र में राशि डालने का वीडियो सामने आया तो पता चला कि मोदी ने लिफाफा नहीं बल्कि नकद रूपए डाले थे।

ये खबर भी पढ़ें... 

प्रियंका गांधी के दौरे पर बीजेपी ने उठाए सवाल, पूछा- क्या सवाईमाधोपुर में भी 'योजना भवन' की तरह नकदी और सोना रखा है

हमारा लिफाफा राहत, सहायता और सुरक्षा की पूंजी से भरा हुआ

बहरहाल अब यही घटना प्रियंका और कांग्रेस का नारा बन गई है। सिकराय में जब प्रियंका ने इस घटना का जिक्र किया तो बीजेपी की ओर से उनके खिलाफ धार्मिक भावनाएं भड़काने का केस दर्ज करा दिया गया था। आज फिर प्रियंका ने इस घटना का ना सिर्फ जिक्र किया और यह दावा भी किया कि जिस तरह बीजेपी को यह बात चुभ रही है, उससे लगता है कि घटना सही ही थी। उन्होंने महिला आरक्षण, जातिगत आरक्षण और ईआसीपी पर कुछ नहीं किए जाने को इस नारे से जोड़ा और कहा कि यह घटनाएं बताती है कि मोदी का लिफाफा खाली है, जबकि हमारा लिफाफा राहत, सहायता और सुरक्षा की पूंजी से भरा हुआ है। इसका इस्तेमाल कीजिए।

मैं शहीद की बेटी और पोती : प्रियंका गांधी

झुंझुनूं जिला देश को सबसे ज्यादा सैनिक देने वाले जिलों में शामिल है। यहां हर गांव में शहीद सैनिकों के परिवार हैं। प्रियंका ने खुद को शहीद की बेटी और पोती बताते हुए इन परिवारों से खुद को भावनात्मक रूप से जोड़ने की कोशिश भी की और कहा कि मैं आप लोगों का दर्द और पीड़ा समझ सकती हूं। इसके साथ ही उन्होंने एक बार फिर बीजेपी को बिखरी हुई पार्टी और कांग्रेस में सचिन पायलट और गहलोत का नाम लेते हुए इसे एकजुट पार्टी बताया।

ये खबर भी पढ़ें... 

झुंझुनूं में सीएम गहलोत बोले- सरकार बनने पर महिलाओं को मिलेंगे 10 हजार, प्रियंका गांधी ने बताया पीएम के पर्स का सीक्रेट

झुंझुनूं सीट पर कांग्रेस मजबूत

झुंझुनूं कांग्रेस की मजबूत सीट है। यहां से बरसों तक शीशराम ओला जीतते रहे और अब उनके बेटे बृजेन्द्र ओला लगातार तीन बार से जीत रहे हैं। ऐसे में यहां प्रियंका को सभा में रिस्पांस अच्छा मिला। उनका भाषण हालांकि नया नहीं था और इसमें सिकराय वाले भाषण का लगभग पूरा दोहराव था, लेकिन फिर भी उन्होंने अपनी बातें काफी स्पष्टता से रखीं।

बीजेपी के 3 नेताओं ने थामा कांग्रेस का हाथ

यह रैली इस मायने में भी खास रही कि राजस्थान के चुनाव में अब तक नए लोगों के शामिल होने का सिलसिला सिर्फ बीजेपी में बना हुआ था, लेकिन अब कांग्रेस में भी इसकी शुरूआत हो गई। बुधवार को रैली के दौरान बीजेपी के 3 नेता ममता शर्मा, शोभारानी कुशवाहा और विकास चौधरी ने कांग्रेस का दामन थाम लिया। ममता शर्मा राष्ट्रीय महिला आयेाग की अध्यक्ष और बूंदी से कांग्रेस से विधायक रह चुकी हैं। पिछले चुनाव में ममता अपने बेटे के लिए टिकट मांग रही थी, लेकिन टिकट नहीं मिलने पर वो बीजेपी में चली गई थी, साथ ही पीपल्दा सीट से चुनाव लड़ा, लेकिन हार गई और अब फिर से कांग्रेस में वापसी कर ली। वहीं शोभारानी कुशवाह की बात करें तो यह धौलपुर से बीजेपी विधायक थी। पूर्वी राजस्थान में यह अकेली सीट थी जो बीजेपी ने जीती थी, लेकिन पिछले साल के राज्यसभा चुनाव में कांग्रेस के पक्ष में क्रॉस वोटिंग करने पर पार्टी से उन्हे निकाल दिया गया। वहीं विकास चौधरी भी पिछले चुनाव में किशनगढ से बीजेपी प्रत्याशी थे। जो चुनाव हार गए थे, लेकिन इस बार फिर से टिकट के दावेदार थे, लेकिन बीजेपी ने भागीरथ चौधरी को टिकट दे दिया जिससे बाद विकास ने बीजेपी छोड़ते हुए कांग्रेस का हाथ थाम लिया।

झुंझुनू में प्रियंका गांधी का नया नारा मोदी का लिफाफा खाली है राजस्थान विधानसभा चुनाव two big election promises of CM Gehlot Priyanka Gandhi new slogan in Jhunjhunu Modi envelope is empty Rajasthan Assembly elections जयपुर न्यूज Jaipur News सीएम गहलोत के दो बड़े चुनावी वादे