BHOPAL. विधानसभा चुनाव के चलते मध्यप्रदेश में दलबदल की बयार बह रही है। इस बयार का सबसे ज्यादा फायदा अब तक कांग्रेस ने उठाया है। 18 साल लंबे शासनकाल के बावजूद बीजेपी के जो नेता खुदको उपेक्षित महसूस करते चले आ रहे हैं उन्हें कांग्रेस का हाथ थामने में कोई झिझक नहीं हो रही। दरअसल बीजेपी नेताओं की इस स्थिति को कांग्रेस के थिंक टैंक पहले ही भांप चुके थे इसलिए दलबदल के लिए बकायदा एक रणनीति भी बनाई गई, जिसे अंदरखाने में ऑपरेशन पंजा का नाम दिया जा रहा है।
महाकौशल और मालवा में आज लग जाएगी सेंध
दलबदल की इसी रणनीति के तहत आज मालवा और महाकौशल अंचल के कई बीजेपी नेता कांग्रेस का हाथ थामने जा रहे हैं। प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में इसको लेकर आज एक समारोह भी रखा गया है। पीसीसी चीफ कमलनाथ खुद इन नेताओं को कांग्रेस ज्वाइन कराएंगे। इधर इस रणनीति के तहत संभाग और जिला ही नहीं बल्कि ब्लॉक स्तर पर भी कांग्रेस नेता बीजेपी के असंतुष्टों से मेल मुलाकात कर रहे हैं।
ठोंक-बजाकर करा रहे दलबदल
कांग्रेस ने अपनी रणनीति के तहत नेताओं को साफ ताकीद दी है कि बीजेपी नेताओं को पार्टी में दाखिल कराने से पहले इसके हर पहलू और संभावना को भलीभांति परख लिया जाए। अब तक इस ऑपरेशन पंजा के तहत सिंधिया खेमे के ज्यादातर नेता जो बीजेपी में चले गए थे उनकी वापसी कराई गई है। बड़े स्तर पर पूर्व मंत्री दीपक जोशी और हाल ही में पूर्व विधायक ममता मीणा ने कांग्रेस ज्वाइन की है। बुधनी में भी कांग्रेस बीजेपी नेता राजेश पटेल को अपने खेमे में शामिल करा चुकी है।