JAIPUR. राजस्थान में विधानसभा चुनाव करीब हैं, बीजेपी पीएम मोदी के दौरों के बीच या बाद में पहली लिस्ट भी जारी कर सकती है। इसी बीच इन चर्चाओं का बाजार गर्म है कि आरएसएस के पदाधिकारियों ने बीजेपी आलाकमान को यह सलाह दी है कि जयपुर की सभी 8 सीटों पर प्रत्याशी बदले जाएं। 4-5 बार चुनाव लड़ चुके प्रत्याशियों को विराम देकर नए चेहरों पर दांव लगाया जाए। बता दें कि पिछले दिनों बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और गृहमंत्री अमित शाह ने संघ के पदाधिकारियों के साथ भी बैठक की थी।
महिलाओं को भी मिल सकता है मौका
माना जा रहा है कि बीजेपी इस बार जयपुर की 8 में से कुछ सीटों पर महिला प्रत्याशी भी चुनाव मैदान में उतार सकती है। उधर विधानसभा के दावेदार भी इस पर मुहर लगा रहे हैं कि पार्टी इस बार नए चेहरों को ही मौका देगी। मालवीय नगर से टिकट के दावेदार विमल कटियार हों या फिर हवामहल सीट से दावेदारी कर रहे पूर्व डिप्टी मेयर मनीष पारिक दोनों का यही कहना है कि पार्टी अब नए चेहरों पर मुहर लगाएगी। पुराने चेहरों को लेकर लोगों में नाराजगी की प्रत्याशा बढ़ जाती है। ऐसे में नए लोगों को मौका मिलने से कार्यकर्ताओं में भी अच्छा संदेश जाता है।
इन विधानसभाओं का यह गणित
मालवीय नगर सीट से विधायक कालीचरण सराफ 7 बार से विधायक हैं, जौहरी बाजार सीट विलोपित होने के बाद वे मालवीय नगर से चुनाव लड़कर जीतते चले आ रहे हैं। झोटवाड़ा सीट से राजपाल सिंह शेखावत भी 5 बार विधायक रह चुके हैं। पिछला चुनाव वे लालचंद कटारिया से हारे थे। विद्यानगर सीट से नरपत सिंह राजवी 5 बार से विधायक बनते चले आ रहे हैं। उधर किशनपोल विधानसभा से मोहनलाल गुप्ता 4 बार चुनाव लड़ चुके हैं, 3 बार विधायक भी बने। माना जा रहा है कि इन सीटों में से कुछ पर पार्टी नए चेहरों पर दांव खेल सकती है।
8 में 6 का टारगेट सेट
बीजेपी के सूत्र बताते हैं पार्टी जयपुर में 6 सीट जीतने का लक्ष्य लेकर चल रही है, पिछले चुनाव में 5 सीटों में हार का मुंह देखना पड़ा था। ऐसे में पार्टी के सामने चेहरे बदलने का दबाव कार्यकर्ताओं की तरफ से तो था ही अब आरएसएस ने भी ऐसा सुझाव दे दिया है, जिसे बीजेपी यूं ही नहीं टाल सकती।