Raipur. एक्सिस बैंक में हुई डकैती मामले में रायगढ़ पुलिस को 24 घंटे के भीतर सफलता मिली है। इस मामले में शत प्रतिशत बरामदगी करते हुए पुलिस ने शेरघाटी गैंग बिहार के 05 डकैतों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने बदमाशों से कैश, गोल्ड, हथियार और घटना में प्रयुक्त ट्रक, क्रेटा वाहन भी जब्त किए हैं। 24 घंटे के अंदर पूरे केस को सॉल्व करने पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने छत्तीसगढ़ पुलिस को शाबाशी भी दी है।
क्या था मामला?
19 सितंबर की सुबह रायगढ़ जिले के ढिमरापुर रोड़ स्थित एक्सिस बैंक में हथियारबंद आरोपियों ने डकैती की घटना को अंजाम दिया। जिसकी सूचना मिलने के बाद रायगढ़ पुलिस अलर्ट हो गई और पूरी ताकत से आरोपियों की तलाश में जुट गई। इसी मामले में रेंज डीआईजी रामगोपाल गर्ग, एसएसपी रायगढ़ सदानंद कुमार और जिले के अन्य पुलिस अधिकारीगण गंभीरता दिखाते हुए पूरे मामले में दिन रात नजर बनाकर रखी। डकैती को लेकर सएसपी सदानंद कुमार ने सर्चिंग और नाकाबंदी के लिए अलग अलग टीम बनाई।
रेकी कर सुबह डकैती डालने की प्लानिंग
जांच में जुटी टीम ने एक्सिस बैंक के पास लगे सीसीटीवी कैमरों के फुटेज को चेक कर अपनी जांच को आगे बढ़ाया, जिसमें पाया गया कि घटना को अंजाम देने हेतु आरोपियों द्वारा पूर्व से रेकी की जा रही थी और वारदात को अंजाम देने का समय भी सुबह का चुना गया। जिसे कई दिनों से आरोपियों द्वारा बैंक कर्मियों के मूव्हमेंट को वॉच किया जा रहा था तथा वारदात को अंजाम देने पश्चात भागने के लिये भी पहले ही मार्ग का चयन कर रखे थे।
पुलिस को मिले हिंट
पुलिस को CCTV फुटेज खंगालने पर पता चला कि संदेही बाइक से एक्सिस बैंक से ढिमरापुर की ओर लगातार दो-तीन बार मूव्हमेंट किये हैं और एक बैग को वापस कहीं छोड़कर फिर बगैर बैग के वापस आते दिखे जिनके आगे सीसीटीवी चेक कर मिलान करने पर एक संदिग्ध क्रेटा कार जेएच 01 - एफ ई 8641 की जानकारी मिली जिसकी पुष्टि ग्राम बनहर नहर में लावारिस हालत में मिले मोटरसाइकिल से हुई । मोटर सायकल में फर्जी नंबर का स्टिकर लगा हुआ था, चेचिस नंबर के आधार पर लावारिस मोटरसाइकिल के झारखंड सिमडेगा थाना क्षेत्र का होना पाया गया जिसके वाहन स्वामी से संपर्क करने पर वाहन स्वामी द्वारा वाहन की पहचान की गई । बनहर नहर से आगे आरोपियों के भागने के संभावित रास्तों का पता लगाते हुए टीम पीछा कर रही थी ।
दिन रात एक कर आरोपियों पर कसा शिकंजा
वहीं टोल नाके पर आरोपियों के एग्जिट और एंट्री की जानकारी जुटा रही टीम ने टेक्निकल डाटा एनालिसस पर पाया कि आरोपीगण पूर्व में 11 सिंतबर को रायगढ़ से उड़ीसा गए और फिर 18 सितंबर को उड़ीसा रोड से रायगढ़ में दोबारा प्रवेश किया। आरोपियों के मूवमेंट को ट्रैक करते हुए आगे बढ़ रही टीम द्वारा लगातार वरिष्ठ अधिकारियों को जानकारी साझा किया जा रहा था। इसी दौरान वरिष्ठ अधिकारियों ने आरोपियों के मिले फूटेज और ग्राउंड रिपोर्ट के आधार पर उनके भागने के सम्भावित रास्तों को चिन्हिांकित कर झारखंड, बिहार और उड़ीसा के वरिष्ठ अधिकारियों से संपर्क किया गया जिसमें आरोपियों के बिहार-गया के शेरघाटी गैंग के होने की जानकारी प्राप्त हुई । इस गैंग के द्वारा कोरबा जिले में सीएसईबी स्थित केनरा बैंक में डकैती मामले में भी शामिल होने की जानकारी की पुष्टि हुई । आरोपियों की पहचान होते ही नाकाबंदी और तगड़ी की गई । एसएसपी सदानंद कुमार ने सोनभद्र और रामानुजगंज के इलाके में नाकेबंदी हेतु संभाग के अधिकारियों से बात की । इस बीच एक टीम झारखंड और उड़ीसा तथा अन्य राज्यों में लगातार बनी हुई थी जहां अपने स्तर पर इंटेलिजेंस कलेक्शन किया जा रहा था।
गिरफ्तार आरोपी-
1. राकेश कुमार गुप्ता, उम्र 22 साल, निवासी शेरघाटी, बिहार
2. उपेंद्र सिंह, उम्र 50 साल, निवासी गुरुवा जिला-गया
3. पंकज कुमार महतो, उम्र 32 साल. निवासी खरसरी थाना, बिहार
4. राहुल कुमार सिंह, उम्र 22 साल, निवासी ग्राम डोभी थाना डोभी जिला-गया
5. अमरजीत कुमार, उम्र 24 साल, निवासी भरारी थाना शेरघाटी, बिहार
इन आरोपियों से जब्त
नगद लगभग 4.19 करोड़ रुपए
सोना लगभग 1.43 करोड़
कुल 5 करोड़ 62 लाख
हथियार, वाहन व अन्य
एक देसी मेड राइफल, एक कट्टा, 08 कारतूस, क्रेटा वाहन, ट्रक और आरोपियों द्वारा इस्तेमाल किया गया मास्क, कई चाबियां ।