नितिन मिश्रा, RAIPUR. छत्तीसगढ़ में इन दिनों रेल को लेकर सियासत चल रही है। ट्रेनों के कैंसिल होने पर कांग्रेस विरोध कर रही है। बुधवार को कांग्रेस ने राजधानी में स्टेशन के बाहर प्रदर्शन किया है। बीजेपी ने कांग्रेस के रेल रोको आंदोलन के मूर्खता बताया है। सांसद संतोष पाण्डेय ने कहा कि सिटी बस ना चला पाने वाले लोग रेल रोक रहें हैं। बीजेपी के शासनकाल में ही बस्तर में पहली बार रेल आई थी।
बीजेपी का कांग्रेस पर पलटवार
सांसद संतोष पाण्डेय ने कांग्रेस के प्रदर्शन को मूर्खता करार दिया है। उन्होंने कहा कि रेल सुविधा की मांग करने के लिए कांग्रेस ही रेल रोककर जनता को परेशान कर सकती है। जो लोग सिटी बस नहीं चला पा रहे वे रेल के लिए आंदोलन करने चले हैं। भ्रम फैलाना कांग्रेस का राष्ट्रीय चरित्र है। छत्तीसगढ़ में यह काम अब तक भूपेश बघेल कर रहे थे, अब उनके कठपुतली अध्यक्ष दीपक बैज भी इसमें शामिल हो गए। दीपक बैज एक सांसद भी हैं तो उन्हें यह अच्छी तरह ज्ञात है कि छत्तीसगढ़ को मोदी सरकार ने रेलवे सुविधाओं के क्षेत्र में प्राथमिकता के साथ क्या क्या दिया है। रेल सुविधाओं के विकास, विस्तार और संरक्षा के लिए जो काम भारतीय रेल कर रही है, वह जनता की सुविधा के लिए ही है। जनता की सुरक्षा के लिए है। कांग्रेस ने 50 साल में रेलवे को पटरी से उतार कर रखा।
बीजेपी शासनकाल में कई इलाकों में पहुंची रेल
यात्री सुविधाओं से वंचित रखा। छत्तीसगढ़ में कई इलाकों में भाजपा की सरकार में ही रेल पहुंची है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारतीय रेल का कायाकल्प हो रहा है। छत्तीसगढ़ को मोदी सरकार ने जितनी रेल सुविधा उपलब्ध कराई है, कांग्रेस दशकों में भी इसकी चौथाई यात्री रेल सेवा उपलब्ध नहीं करा सकी। कांग्रेस अपने जमाने की रेलों का स्मरण करे और आज की भारतीय रेल को देखे। मोदी जी के नेतृत्व में भाजपा की केंद्र सरकार ने छत्तीसगढ़ के लिए रेलवे क्षेत्र में इस वित्त वर्ष में 6 हजार करोड़ रुपये का प्रावधान किया। 2009 से 2014 के केंद्र में कांग्रेस काल के दौरान छत्तीसगढ़ को सालाना केवल 311 करोड़ रुपए आवंटित किये जाते थे। जो 2023-24 में रेल बजट में छत्तीसगढ़ के लिए 6 हजार 008 करोड़ रुपए आवंटित किये गये हैं।