RAIPUR. छत्तीसगढ़ में कांग्रेस सरकार 20 क्विंटल प्रति एकड़ के हिसाब से धान की खरीदी करने वाली है। केंद्र सरकार ने छत्तीसगढ़ से धान खरीदी कोटे को घटा दिया है। जिस पर कांग्रेस प्रवक्ता प्रकाशमणि वैष्णव ने कहा है कि 20 क्विंटल धान प्रति एकड़ की खरीदी ना होने देने के लिए बीजेपी षड्यंत्र रच रही है। किसान विरोधी बीजेपी को आगामी विधानसभा चुनाव में 14 सीटें बचाना भी मुश्किल पड़ेगा।
कांग्रेस ने धान खरीदी पर बीजेपी को घेरा
प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता प्रकाश मणी वैष्णव ने कहा कि हर बार भूपेश सरकार द्वारा की गई सफल धान खरीदी और इस बार की गयी 20 क्विंटल प्रति एकड़ धान खरीदी की घोषणा से भाजपा बुरी तरह खौफ़जदा है। भाजपा जानती है कि इस चुनावी वर्ष में 20 क्विंटल प्रति एकड़ के हिसाब से सफलतापूर्वक धान खरीदी हो गई तो किसान विरोधी होने की पर्याय बन चुकी भाजपा को इस चुनाव में 14 सीट बचाने में भी मुश्किल जाएगी। इसलिए हर बार की तरह इस बार भी छत्तीसगढ़ भाजपा मोदी सरकार के साथ मिलकर धान खरीदी को बाधित करने का षड्यंत्र रच रही है।
चावल खरीदी कोटे में कटौती करना गलत
प्रकाशमणि वैष्णव ने आगे कहा कि भूपेश सरकार से भयभीत मोदी सरकार और बीजेपी ने छत्तीसगढ़ से चावल खरीदी के कोटे को 86 लाख मिट्रिक टन से घटाकर 61 लाख मिट्रिक टन कर दिया है और इसीलिये मोदी सरकार ने बायोमीट्रिक सिस्टम को अनिवार्य किया है जिस पर रोक के लिये भूपेश सरकार ने प्रधानमंत्री मोदी को पत्र भी लिखा है। मोदी सरकार चाहती है कि भूपेश सरकार धान खरीदी को लेकर अपने कदम पीछे हटा ले मगर भूपेश सरकार किसान कल्याण के संकल्प को लेकर सरकार में आई है और कितनी भी विपरीत परिस्थिति मोदी सरकार पैदा कर ले भूपेश सरकार अपना वादा पूरा करेगी। जब भूपेश सरकार ने किसानों को 2500 रु समर्थन मूल्य देने की बात कही तब मोदी सरकार ने सेंट्रल पूल में चावल लेने से मना कर दिया, धान खरीदी के समय केंद्र सरकार बारदाने की आपूर्ति रोक देती है, कभी मोदी सरकार कहती है कि हम केंद्रीय पूल में उतना चावल नहीं लेंगे।