नितिन मिश्रा, KAWARDHA. कवर्धा में तीन गांव के किसानों ने मांग पूरी नहीं होने के कारण आगामी विधानसभा चुनाव के बहिष्कार का ऐलान कर दिया है। 25 गांव के ग्रामीणों ने एक सूत्रीय मांग को लेकर नायब तहसीलदार को चुनाव बहिष्कार को चेतावनी दे दी है। अब तक 10 गांव के किसानों ने विधानसभा चुनाव के बहिष्कार का ऐलान किया है।
गांवों ने किया बहिष्कार का ऐलान
कवर्धा जिले के विकासखण्ड स. लोहारा क्षेत्र के करीब 26 गांव के ग्रामीण किसानो की एक सूत्रीय सुतियापाट नहर नाली विस्तार की मांग को लेकर लम्बे समय से किसानो के साथ संघर्ष करते आ रहे भारतीय किसान संघ के बैनर तले एक बार फिर तीन गांव के सैकड़ों किसानो ने बीते मंगलवार को चुनाव बहिष्कार किए जाने संबंधी एक ज्ञापन नायब तहसीलदार को सौंपा है। इस बार विकासखण्ड स. लोहारा क्षेत्र के ग्राम दैहानडीह, डोंगरिया तथा ढोड़मा नवापारा के किसानो ने चुनाव बहिष्कार का ऐलान करते हुए ज्ञापन सौंपा है। ग्राम नवघटा, दलसाटोला, विचारपुर, रणजीतपुर, सिंगारपुर तथा खैरबना के ग्रामीण किसान ज्ञापन सौंप चुके हैं
दोनो बड़ी पार्टियों पर वादाखिलाफी का आरोप
किसानों ने प्रदेश के दोनो बड़े राजनीतिक दलों पर आरोप लगाते हुए कहा कि दोनो ही पार्टियों की सरकारों ने विकासखण्ड स. लोहारा के करीब 26 गांवों के किसानो के साथ विश्वासघात किया है। उन्होने कहा कि आज करीब 12 वर्षों से क्षेत्र के किसान सुतियापाठ नहर नाली विस्तारीकरण कर सिंचाई के लिए पानी दिए जाने की गुहार लगा रहे हैं लेकिन दुर्भाग्य का विषय कि इन वर्षों में बेमेतरा जिले के किसानो का सुतियापाट जलाशय का पानी मिलने लगा लेकिन जलाशय के करीबी 26 गांव के किसान आज भी सिंचाई के लिए पानी की बाट जोह रहे हैं। किसानो ने कहा कि दोनो ही सरकारों के इस उपेक्षापूर्ण रवैए से किसान असंतुष्ट और नाराज हैं यहीं वजह है कि उन्होंने आने वाले चुनाव का बहिष्कार किए जाने का ऐलान किया है।