नितिन मिश्रा, RAIPUR. राजधानी में एक और लाइब्रेरी नालंदा परिसर की तर्ज पर बनाई जा रही है। यह लाइब्रेरी पूरी तरह हाईटेक सुविधाओं से लैस होगी। लाइब्रेरी बनाने के लिए तीन करोड़ रुपए का बजट तय किया गया है। लंबे समय से लाइब्रेरी की मांग को देखते हुए जल्दी ही राजधानी को नई लाइब्रेरी मिलेगी।
आधुनिक सुविधाओं से लैस होगी लाइब्रेरी
राजधानी रायपुर के जोन 4 में मोतीबाग के पास तीन करोड़ की लागत से लाइब्रेरी तैयार की जा रही है। मोतीबाग परिसर में यह शहर की दूसरी आधुनिक लाइब्रेरी होगी। प्रेस क्लब के पीछे की खाली जगह पर इसका निर्माण कराया जा रहा है। लाइब्रेरी के ग्राउंड फ्लोर पर पार्किंग की व्यवस्था की जाएगी। वहीं फर्स्ट फ्लोर में रीडिंग रूम बनाया जाएगा। यहां समाचार पत्र और पत्रिकाओं को पढ़ने को व्यवस्था भी होगी। लाइब्रेरी में मेंबरशिप की व्यवस्था भी नगर निगम की ओर से की जाएगी। सदस्य किताबों को अपने नाम से इशू कराकर पढ़ने के लिए घर ले जा सकेंगे, साथ ही इसका उपयोग आनलाइन ई लाइब्रेरी के रूप में भी किया जा सकेगा।
नालंदा परिसर में है लंबी वेटिंग लिस्ट
नालंदा परिसर में पांच हजार से ज्यादा स्टूडेंट्स वेटिंग लिस्ट में हैं। जिसके चलते एक और नई लाइब्रेरी की मांग बढ़ गई है। मोतीबाग में बनाई जा रही इस लाइब्रेरी से प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने वालों को मदद मिलेगी। राजधानी रायपुर में स्थित नालंदा परिसर में 700 सीटों पर विद्यार्थी पढ़ाई करने आते हैं। इस लाइब्रेरी में 50 हजार से भी ज्यादा अलग– अलग विषयों की किताबें मौजूद हैं। जिसके कारण विद्यार्थी रुचि लेकर यहां पढ़ने आते हैं। प्रतियोगी परीक्षाओं से जुड़ी किताबें मौजूद होने की वजह से युवाओं की भीड़ लाइब्रेरी में बाढ़ गई है। नालंदा परिसर में 7 सौ सीटों के लिए 5 हजार से ज्यादा विद्यार्थी वेटिंग लिस्ट में हैं। नालंदा परिसर में ज्यादातर विद्यार्थी प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने के लिए पहुंचते हैं। नालंदा परिसर राजधानी का सबसे बड़ा पुस्तकालय है।