नितिन मिश्रा, RAIPUR. राजधानी में स्थित महात्मा गांधी उद्यानिकी एवं वानिकी विश्वविद्यालय का रिजल्ट इस बार बेहद खराब आया है। इसमें फर्स्ट ईयर के केवल 5 प्रतिशत छात्र ही पास हुए हैं। वहीं सेकंड ईयर में 25 प्रतिशत छात्र पास हुए हैं। जिसके बाद से विश्वविद्यालय प्रशासन पर गंभीर सवाल उठ रहें हैं।
सैकड़ों बच्चे हुए फेल
राजधानी रायपुर में स्थित महात्मा गांधी कृषि एवं उद्यानिकी विश्वविद्यालय ने बीते दिनों परीक्षा परिणामों की घोषणा की। इस बार के परीक्षा परिणाम बेहद चौकाने वाले रहे। इस बार फर्स्ट ईयर के 469 बच्चों ने परीक्षा दी जिसमें से केवल 26 बच्चे ही पास हुए। 443 बच्चे फेल हो गए। इसी प्रकार सेकंड ईयर में 262 बच्चों ने परीक्षा में हिस्सा लिया उसमें से 61 बच्चे पास हुए और 201 बच्चे फेल हो गए। फर्स्ट ईयर में 95 प्रतिशत बच्चे फेल हुए हैं। वहीं सेकंड ईयर में 75 प्रतिशत बच्चे फेल हो गए हैं।
छात्रों ने जताया विरोध
एमजीयूवीवी के छात्र सार्थक गुप्ता ने बताया कि विश्वविद्यालय का रिजल्ट इस बार बेहद खराब आया है।
जिस प्रकार से बच्चों को फेल कर दिया गया है उससे उनका मनोबल टूट गया है। हमने अपनी बात विश्वविद्यालय प्रशासन के सामने रखी है। विश्वविद्यालय ने आश्वासन दिया है कि उत्तरपुस्तिकाओं की दोबारा जांच की जाएगी। शिक्षकों की लापरवाही की वजह से बच्चों को फेल होने का सामना करना पड़ा है। इतनी बड़ी संख्या में बच्चों के फेल होने पर विश्वविद्यालय प्रशासन पर सवाल खड़ा करता है।