नितिन मिश्रा, RAIPUR. छत्तीसगढ़ में धान को लेकर सियासी गरमाई हुई है। बीजेपी अब तथ्यों के साथ सामने आई है। बीते दिनों केंदीय मंत्री पीयूष गोयल ने भी धान खरीदी को लेकर राजधानी में प्रेसवार्ता की थी। धान खरीदी पर पूर्व मंत्री अजय चंद्रकार ने सरकार को घेरा हैं। उन्होंने कहा कि धान खरीदी कांग्रेस के लिए केवल कमीशन वसूली का धंधा है। धान तस्करी के लिए बायोमेट्रिक का विरोध हो रहा है। महादेव एप मामले में मुख्यमंत्री ऐसा बयान देते हैं कि जैसे जैसे पुलिस प्रवक्ता हैं, ये तो गरीब जनता को खाद्यान्न का मसला है। तो कब कार्रवाई होगी।
धान खरीदी पर सियासत
रायपुर में बीजेपी विधायक और पूर्व मंत्री अजय चंद्राकर ने धान खरीदी मसले पर कांग्रेस सरकार को घेरते हुए कहा कि धान खरीदी उनके एजेंडे में नहीं है।एक करोड़ 60 लाख मीट्रिक टन धान लेने का पहले केंद्र ने कहा है 86 लाख टन धान केंद्र द्वारा लेने पर सीएम भूपेश ने कहा था कि विश्व युद्ध चल रहा है इसलिए केंद्र धान ले रहा है कोई एहसान नहीं कर रहे हैं। अगर सब धान मुख्यमंत्री भूपेश बघेल केंद्र को दे देंगे। तो छत्तीसगढ़ के पीडीएस के लिए बचेगा। 11 लाख मीट्रिक टन धान में 14 लाख टन चावल बना लेंगे। ये उनका कौन सा जादू है ? पीडीएस के लिए आखिर धान कहा से आएगी?
धान तस्करी को बढ़ावा देने बायोमेट्रिक का विरोध
पूर्व मंत्री ने आगे कहा कि मुख्यमंत्री जी अपने उत्पादक विभाग का आंकड़ा सुधरवा दीजिए, फिर धान खरीदी कीजिए। बायोमेट्रिक से आपको परेशानी क्या है ? आप धान तस्करी को बढ़ावा देने के लिए बायोमेट्रिक का विरोध कर रहे हैं। 28 महीने कोरोना में 5 किलो चावल कौन खाया है। मुख्यमंत्री उसकी जांच कराएंगे क्या ? 24 मार्च को जांच रिपोर्ट विधानसभा में रखी जानी चाहिए थी कि नगदी में कितनी वसूली हुई। मैं पूछना चाहता हूं कि 13 हजार दुकानों में कितना शॉर्टेज पाया गया।