Raipur. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले में 6 हजार 350 करोड़ की रेल परियोजनाएं दी हैं। आगामी विधानसभा चुनाव को देखते हुए बीजेपी का केंद्रीय नेतृत्व सियासी समीकरण साधने की कोशिश कर रहा है। ऐसे में माना ये जा रहा है कि पीएम मोदी सभा के बहाने एससी एसटी वोटरों को साधने की तैयारी में है। रायगढ़-जशपुर जिले में आदिवासी तो सारंगढ-जांजगीर जिले में एससी वर्ग के वोटर ज्यादा हैं। ऐसे में बीजेपी के लिए पीएम की बदलाव का कारण बन सकती है इससे इनकार नहीं किया जा सकता है। रायगढ़ की इस सभा का प्रभाव बिलासपुर इलाके की 24 विधानसभा सीटों पर नजर आ सकता है।
8 में से 5 विधानसभा सीटों पर नजर
पीएम मोदी इससे पहले राजधानी रायपुर में सभा कर चुके हैं। अब रायगढ़ में सभा के बहाने बीजेपी ST-SC वर्ग के मतदाताओं को जोड़ने की कोशिश में है। रायगढ़ लोकसभा क्षेत्र की 8 में से 5 विधानसभा सीटें आरक्षित हैं। जिनपर सिर्फ आदिवासियों का बस चलता है। इन आठों सीटों पर 2018 विधानसभा चुनाव से कांग्रेस काबिज है। जांजगीर और सारंगढ़ जिले में भी एससी वर्ग की बाहुल्यता है। पीएम की सभा के बहाने इन दोनों वर्ग के लोगों को बीजेपी प्रभावित करना चाह रही है।
क्या रहा अब तक का चुनावी समीकरण?
छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिला अपनी ऐतिहासिक सांस्कृतिक विरासत के कारण ही जाना जाता है। फिलहाल रायगढ़ में कांग्रेस पार्टी का दबदबा है। साल 2018 में हुए विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी ने जिले की सभी सीटों को जीतकर क्लीन स्वीप किया था। जिले की चार विधानसभा सीट लैलूंगा, रायगढ़, खरसिया और धरमजयगढ़ है। जिसमें से लैलूंगा विधानसभा सीट में कांग्रेस पार्टी के विधायक चक्रधर सिंह सिदार हैं इन्हें कुल 81 हजार 770 बोट मिले, वहीं बीजेपी के प्रत्याशी सत्यानंद राठिया को 57 हजार 287 वोट मिले। यहां जीत का अंतर 24 हजार 483 रहा है। वहीं रायगढ़ विधानसभा सीट से कांग्रेस के प्रकाश नाइक को 2018 चुवान में 69 हजार 62 वोट मिले, जबकि बीजेपी के प्रत्याशी रोशन लाल को 54 हजार 482 वोट मिले। जीत का अंतर 14 हजार 580 रहा है। ऐसे ही खरसिया विधानसभा सीट से विधायक उमेश पटेल हैं इन्हें 2018 के चुनाव में 94 हजार 201 वोट मिले, जबकि बीजेपी से प्रत्याशी ओपी चौधरी को 77 हजार 234 वोट मिले हैं। वोट का अंतर 16 हजार 967 रहा है। आखिरी धरमजयगढ़ विधानसभा सीट से कांग्रेस से विधायक लालजीत सिंह राठिया हैं। 2018 के चुनाव में इन्हे 95 हजार 173 वोट मिले, जबकि बीजेपी से प्रत्याशी लीनव बिरजू राठिया को 54 हजार 838 वोट मिले। जीत में वोटों का अंतर 40 हजार 335 रहा है।