मनीष गोधा@ JAIPUR.
राजस्थान के विधानसभा चुनाव में प्रत्याशी चयन के बाद बीजेपी और कांग्रेस दोनों ही दलों में बगावत के सुर सुनाई दे रहे हैं, लेकिन भारतीय जनता पार्टी में जहां अब कुछ शांति दिख रही है। वहीं कांग्रेस में चौथी पांचवी सूची जारी होने के बाद विरोध के और तेज होते दिखाई दे रहे हैं।
कांग्रेस में तेज हुए विरोध के सुर
कांग्रेस ने अभी तक अपने 156 प्रत्याशी घोषित किए हैं। पार्टी की पहली तीन सूचियां ऐसी थी, जिनमें ज्यादातर सीटों पर विवाद की स्थिति नहीं थी इसलिए विरोध के सुर बहुत तेज नहीं थे, लेकिन चौथी पांचवी सूची में पार्टी ने बड़े पैमाने पर नए लोगों को मैदान में उतारा है। इसी के चलते 12 से ज्यादा सीटों पर अब विरोध तेज होता दिख रहा है। टिकट कटने से नाराज मौजूदा विधायक खिलाड़ी लाल बेरवा ने अनुसूचित जाति आयोग के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया है। वहीं करौली और सीकर में पार्टी के बड़े नेताओं में गिने जाने वाले दर्शन सिंह गुर्जर और सुभाष मील ने भारतीय जनता पार्टी का दामन थाम लिया है। बताया जा रहा है कि इस तरह के कुछ और आवाजाही और सामने आ सकती है। क्योंकि कुछ सीटें ऐसी हैं जहां पर पार्टी ने भी प्रत्याशी घोषित नहीं किया है, लेकिन उससे पहले ही विरोध सामने आने लगा है। पार्टी के प्रदेश मुख्यालय पर बुधवार (1 नवबंर) को ही मंत्री महेश जोशी का टिकट काटने के विरोध में प्रदर्शन होता नजर आया।
इन सीटों पर सामने आ रहा है विरोध
सांगोद
कोटा के सांगोद से कांग्रेस ने भानु प्रताप को टिकट दिया है। इसके विरोध में सांगोद विधायक भरत सिंह कुंदनपुर ने इस फैसले को भूल बताते हुए सुधार की सिफारिश की है। साथ ही ऑब्जर्वर काजी निजामुद्दीन की भूमिका को भी संदिग्ध बताया है। उन्होंने प्रदेश प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा को पत्र लिखकर इस पर आपत्ति जताई है। भरत सिंह ने अपने पत्र में यह भी लिखा है कि सांगोद विधानसभा क्षेत्र का मतदाता भी भानु प्रताप के साथ नहीं है। स्थानीय की जगह बाहरी प्रत्याशी को मैदान में उतारा गया है।
मनोहर थाना
मनोहर थाना विधानसभा सीट से नेमीचंद मीणा को कांग्रेस प्रत्याशी घोषित किया गया है। ऐसे में दावेदार पूर्व विधायक कैलाश मीणा और उनके समर्थकों ने बगावती तेवर दिखने शुरू कर दिए हैं। कैलाश मीणा समर्थकों ने बुधवार को एक निजी होटल में जन सभा आयोजित की और अकलेरा नगर पालिका अध्यक्ष सहित कुल 23 पार्षदों तथा पंचायत समिति अकलेरा के प्रधान और उप प्रधान सहित 14 जनपदों, 65 सरपंचों सहित 545 वार्ड पंचों ने इस्तीफा लिखकर कैलाश मीणा को सौंप दिया। कैलाश मीणा ने प्रभारी मंत्री प्रमोद जैन भाया पर गंभीर आरोप लगाए और टिकट कटने के लिए उन्हें जिम्मेदार बताया।
सिवाना
यहां पर लंबे समय से पार्टी के लिए काम कर रहे अशोक गहलोत के खास माने जाने वाले जोधपुर के सुनील परिहार ने बगावती तेवर दिखाए हैं। परिहार सिवाना से दावेदारी कर रहे थे, लेकिन पार्टी ने मानवेंद्र सिंह को यहां से प्रत्याशी बना दिया।
शिव
शिव विधानसभा से कांग्रेस ने एक बार फिर पूर्व मंत्री अमीन खान को टिकट दिया है। इसके विरोध में बाड़मेर के जिला अध्यक्ष फतेह खान के समर्थकों संग विरोध प्रदर्शन किया। फतेह खान यहां से टिकट के बड़े दावेदार थे और अमीन खान ने उन्हें टिकट दी जाने का खुलकर विरोध किया था।
पाली
पाली से कई बार चुनाव हार चुके भीमराज भाटी को प्रत्याशी बनाने से लोगों में नाराजगी है। हाल ही में भाटी ने निरंजन आर्य की अगुवाई में हुई जंबूरी को लेकर तीखा बयान दिया था।
अजमेर दक्षिण
यहां कांग्रेस ने द्रौपदी कोली को मैदान में उतारा है। लेकिन इस सीट से दावेदार हेमंत भाटी और उनके समर्थकों को रास नहीं आ रहा है। हेमंत भाटी यहां से दो बार चुनाव लड़ चुके हैं और भाजपा से शिकस्त खा चुके हैं। हार के बावजूद भी तीसरी बार भाटी टिकट की उम्मीद लगाए बैठे थे। उनका टिकट कट जाने से उनके समर्थक सड़कों पर उतर आए। भाटी समर्थकों ने जीसीए चौराहे पर टायर जलाकर जमकर विरोध प्रदर्शन किया। उनका कहना है कि भाटी को टिकट नहीं दिया, तो वे कांग्रेस का साथ नहीं देंगे।
दौसा
यहां मौजूद मंत्री मुरारी लाल मीणा को टिकट दिए जाने के विरोध में राधेश्याम नंगल ने बगावत कर चुनाव लड़ने का ऐलान किया है। वह कल नामांकन भरेंगे।
बांदीकुई
कांग्रेस ने यहां से सचिन पायलट के खास माने जाने वाले गजराज खटाना को उम्मीदवार बनाया है। इसके विरोध में दौसा के पूर्व जिला प्रमुख विनोद शर्मा ने 3 नवंबर को निर्दलीय के रूप में नामांकन भरने की घोषणा कर दी है।
बड़ी सादड़ी
चित्तौड़गढ़ जिले की सीट से कांग्रेस ने बद्री लाल जाट को उम्मीदवार बनाया है। इसके विरोध में पूर्व विधायक प्रकाश चौधरी ने निर्दलीय चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया है।
गंगानगर
गंगानगर सीट पर कांग्रेस के घोषित प्रत्याशी अंकुर मंगलानी के सामने दोहरी चुनौती दिख रही है। इस सीट पर पिछली बार प्रत्याशी रहे अशोक चांडक और यहां से मौजूद निर्दलीय विधायक राजकुमार गौड़ चुनाव मैदान में उतरने की तैयारी कर रहे हैं। राजकुमार गौड़ सरकार के साथ बने रहे थे लेकिन अन्य निर्दलीय विधायकों की तरह पार्टी ने उन्हें मौका नहीं दिया है।
कठूमर
कांग्रेस ने इस सीट पर मौजूदा विधायक बाबूलाल बैरवा का टिकट काट दिया है और उनकी जगह संजना को टिकट दिया है। इसके विरोध में बाबूलाल बैरवा ने 3 नवंबर को नामांकन भरने का ऐलान कर दिया है।
खंडेला
कांग्रेस पार्टी ने यहां से पिछली बार के निर्दलीय विधायक महादेव सिंह को प्रत्याशी बनाया है। ऐसे में यहां से पिछली बार पार्टी की प्रत्याशी रहे सुभाष मील ने भारतीय जनता पार्टी का दामन थाम लिया है और माना जा रहा है कि उन्हें यहां से टिकट मिल जाएगा।
विराटनगर
इस सीट पर पार्टी ने मौजूदा विधायक इंद्रराज गुर्जर को टिकट दिया है। ऐसे में यहां से पूर्व विधायक रामचंद्र साधना ने आजाद समाज पार्टी का दामन थाम लिया है और यह 3 नवंबर को नामांकन दाखिल करेंगे।
राजगढ़ लक्ष्मणगढ़
इस सीट से पार्टी ने मौजूदा विधायक जोहरी लाल मीणा का टिकट कटा है। मीणा ने आरोप लगाया है कि पार्टी ने उनका टिकट बीच दिया है। अब उन्होंने निर्दलीय के रूप में चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया है।
देवली उनियारा
कांग्रेस पार्टी ने यहां से मौजूदा विधायक हरीश मीणा को रिपीट किया है। इसके विरोध में यहां वर्षों से सक्रिय प्रोफेसर विक्रम सिंह गुर्जर ने हनुमान बेनीवाल की पार्टी आरएलपी का दामन थाम लिया है और इसी पार्टी से चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे हैं।