BHOPAL. मध्यप्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़ और तेलंगाना के विधानसभा चुनाव का परिणाम 3 दिसंबर को आ जाएगा। खास बात यह है कि इन राज्यों के चुनाव का रिजल्ट राज्य में किसकी सरकार बनेगी यह तो तय करेगा ही, साथ ही साथ राज्यसभा में 2024 में खाली होने वाली सीटों पर किस पार्टी के प्रत्याशी निर्वाचित होंगे यह भी तय कर देगा। अकेले मध्यप्रदेश के कोटे से ही 2024 में 5 राज्यसभा सीटें खाली होने जा रही हैं। ये सीटें अप्रैल 2024 में खाली हो रही हैं, जिससे पहले ही निर्वाचन आयोग इनके चुनाव करा लेगा।
ऐसे हो जाएगा फैसला
राज्यसभा के चुनाव में विधानसभा सदस्यों की संख्या के आधार पर मत मूल्य का निर्धारण होता है। विधानसभा चुनाव का रिजल्ट आते ही यह तय हो जाएगा कि किस पार्टी को कितनी राज्यसभा सीटें मिलेंगी। जो पार्टी जितनी ज्यादा विधानसभा सीटें जीतेगी, उसे उतना फायदा राज्यसभा चुनाव में होगा।
2018 में हुआ था चुनाव
बता दें कि मध्यप्रदेश के कोटे की राज्यसभा सीटों के लिए साल 2018 में राज्यसभा चुनाव हुए थे। उस दौरान विधानसभा में बीजेपी को बहुमत था, इस वजह से बीजेपी के 4 राज्यसभा सदस्य चुने गए थे जबकि कांग्रेस के खाते में केवल एक सीट आई थी। 2018 में मप्र से बीजेपी के धर्मेंद्र प्रधान, कैलाश सोनी, अजय प्रताप सिंह और थावरचंद गहलोत का निर्वाचन हुआ था जबकि कांग्रेस की ओर से राजमणि पटेल निर्वाचित हुए थे। इन सभी का कार्यकाल अप्रैल 2024 में खत्म हो रहा है।
वर्तमान में बीजेपी के पास 8 तो कांग्रेस के महज 3 सीट
वर्तमान में मध्यप्रदेश के कोटे की 11 राज्यसभा सीटें हैं, जिसमें बीजेपी के 8 राज्यसभा सदस्य और कांग्रेस के 3 राज्यसभा सदस्य पदासीन हैं। कांग्रेस की ओर से दिग्विजय सिंह, राजमणि पटेल और विवेक तन्खा राज्यसभा सदस्य हैं। इन 3 में से राजमणि पटेल की सदस्यता 2024 में खत्म होने जा रही है। दिग्विजय सिंह 2026 तो विवेक तन्खा 2028 तक राज्यसभा सदस्य रहेंगे।
बाकी राज्यों में भी ऐसा ही होना है
इसी तरह राजस्थान, छत्तीसगढ़ और तेलंगाना में होना है, जहां विधानसभा चुनाव का परिणाम यह निर्धारित करेगा कि राज्य के कोटे से किस पार्टी के कितने प्रत्याशी राज्यसभा पहुंचेंगे।