JAIPUR. राजस्थान में विधानसभा चुनाव के तहत नाम वापसी का समय गुजर चुका है। अब 200 सीटों पर 1875 प्रत्याशी मैदान में जमे हुए हैं। इन 1875 में करीब 10 फीसदी महिला प्रत्याशी हैं, जिनकी संख्या 183 है। नाम वापसी के आखिरी दिन करीब 490 प्रत्याशियों ने अपना नामांकन वापस ले लिया। सीटवार बात की जाए तो सबसे अधिक 18 प्रत्याशी अब झोंटवाड़ा की सीट पर मैदान में हैं जबकि सबसे कम प्रत्याशी लालसोट की सीट पर हैं। यहां 3 प्रत्याशियों के बीच ही मुकाबला है। वहीं अब बागियों की लिस्ट पर ध्यान दिया जाए तो यह इत्तेफाक है कि कांग्रेस और बीजेपी दोनों ही दलों के 22-22 प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं।
बीजेपी ने 17 को मनाया तो कांग्रेस ने 12 को
पार्टी से बगावत कर बतौर निर्दलीय नाम निर्देशन पत्र दाखिल करने वालों की तादाद दोनों ही दलों में काफी ज्यादा थी। लेकिन नाम वापसी से पहले बीजेपी जहां अपने 17 बागियों को मनाने में कामयाब रही तो वहीं कांग्रेस ने अपने 12 बागियों को बैठा लिया। अब दोनों ही दलों के बागियों का आंकड़ा 22-22 हो गया है। जो कि कुल विधानसभा सीटों का 11-11 फीसदी है।
पिछली मर्तबा कई बागी जीते थे
साल 2018 की बात की जाए तो उस दौरान दोनों दलों के 50 बागी चुनाव मैदान में उतरे थे। कांग्रेस की ओर से 30 बागियों में से 11 विधायक निर्वाचित भी हुए थे वहीं बीजेपी के 20 बागियों में से महज 2 विधानसभा पहुंच पाए थे।
इन सीटों पर बागी तय करेंगे फैसला
राजस्थान की शिव, चित्तौड़, बसेड़ी और राजगढ़ सीटों पर बागियों का रुख ही चुनाव परिणाम को डिसाइड करने वाला है। शिव विधानसभा सीट में जहां बीजेपी के बागी प्रत्याशी रविंद्र सिंह वहीं बसेड़ी में कांग्रेस के बागी विधायक खिलाड़ी लाल बैरवा कांटे की टक्कर देते नजर आ रहे हैं। इसी तरफ चित्तौड़ में बीजेपी के बागी विधायक चंद्रभान सिंह और राजगढ़ में कांग्रेस के बागी विधायक जौहरीलाल मीणा मैदान में हैं।