CHHATARPUR. मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव में बीजेपी-कांग्रेस के अलावा दूसरे दल भी ताकत झोंक रहे हैं। छतरपुर में सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव ने चुनाव प्रचार किया। उन्होंने प्रत्याशी पुष्पेंद्र अहिरवार को जिताने की अपील की। इस दौरान अखिलेश ने पूर्व सीएम कमलनाथ पर जमकर निशाना साधा। इसके साथ ही बीजेपी-कांग्रेस को भी घेरा।
कमलनाथ को लेकर क्या बोले अखिलेश
अखिलेश यादव ने कहा कि मैं सुबह 6 बजे जब यहां आ रहा था तो एक अंग्रेजी अखबार पढ़ रहा था। उस अखबार के फ्रंट पेज की पहली खबर थी, जो यहां के एक कांग्रेस नेता के नाम से मिलती-जुलती थी। जिनके नाम में कमल हो, उनसे क्या उम्मीद कर सकते हो। वो बीजेपी की भाषा ही बोलेंगे, दूसरी भाषा नहीं बोलेंगे।
गठबंधन को लेकर छलका अखिलेश का दर्द
अखिलेश यादव ने कहा कि वैसे तो अखबारों में आपने बहुत कुछ पढ़ लिया होगा। एक समय तो ऐसा था, लग रहा था हम लोग गठबंधन में चुनाव लड़ने जा रहे हैं। हम लोगों में बातचीत हुई और पता नहीं क्या, किस कारण वो बात खत्म हो गई। गठबंधन में चुनाव लड़ने का मौका मिला था। मैं तो कहूंगा कि ये अच्छा किया कांग्रेस पार्टी ने अभी धोखा दे दिया, अगर बाद में धोखा दिया होता तो हम कहीं के नहीं बचते। उस धोखे की वजह से हमें पुष्पेंद्र अहिरवार को चुनाव लड़वाना पड़ रहा है। ये तालियां बता रही हैं कि इस बार न बीजेपी, न कांग्रेस सिर्फ साइकिल चुनाव लड़ने वाली है।
अखिलेश ने कहा- कांग्रेस-बीजेपी में फर्क नहीं
सपा प्रमुख ने कहा कि अगर गहराई से देखोगे आप तो कांग्रेस और बीजेपी में कोई फर्क नहीं है, उनके सिद्धांतों में कोई फर्क नहीं। बड़े संघर्ष और समाजवादियों की लड़ाई के बाद जाकर मंडल कमीशन लागू हुआ था। मुझे याद है उस समय मुख्यमंत्री जो बने थे कांग्रेस के, उन्होंने कहा समाजवादी पार्टी अगर समर्थन कर दे तो दूसरे दलों से भी समर्थन मिल जाएगा। सबसे पहले सपा ने अपने इकलौते विधायक का समर्थन दिया और फिर दूसरे दल का समर्थन मिला और उसके बाद गवर्नर ने बुलाकर कांग्रेस को सरकार बनाने का मौका दिया।
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जातिगत गनगणना को लेकर अखिलेश का बयान
सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव ने कहा कि वो लोग हमें जातिवादी कह रहे हैं, समाजवादी लोग कभी जातिवादी नहीं हो सकते। समाजवादी लोग तो हर वर्ग के लोगों को साथ जोड़कर चलने का काम करते हैं। अगर कोई पलटी मार रहा है अपने सिद्धांतों से तो वो दूसरे दल हैं। हमारी पार्टी का मानना है कि जब कभी भी हम सरकार में आएंगे या हमारे सहयोग से सरकार बनेगी तो सबसे पहले जातियों की गिनती कराएंगे।