JAIPUR. कश्मीर के मुख्यमंत्री फारुक अब्दुल्ला की बेटी हैं सारा। कांग्रेस नेता राजेश पायलट के बेटे हैं सचिन। दोनों लंदन में मिले, प्यार हुआ और फिर शादी कर ली। दोनों की लव स्टोरी किसी फिल्मी कहानी से कम नहीं है। अपने प्यार के लिए सारा और सचिन ने तोड़ दी थी मजहबी दीवार, लेकिन चुनाव के बीच इस सियासी प्रेम कहानी का भी अंत हो गया। सचिन पायलट ने टोंक से नामांकन दाखिल किया तब दुनिया को पता चला कि सचिन 'तलाकशुदा' हैं, लेकिन 'द सूत्र' ने जब इसकी पड़ताल की तो इसकी असली वजह सामने आई...
आखिर कैसे छिपी इतनी बड़ी बात ?
चुनावी हलचल में जहां हर किसी को नेता, मंत्री, विधायक की सांस लेने तक की जानकारी है, तो सवाल ये उठता है कि ऐसे में संबंधित पार्टी, प्रतिनिधि और मीडिया को इतनी बड़ी बात की भनक कैसे नहीं लगी। ये एक मिस्ट्री है। राजस्थान की सियासत भी इस बात को लेकर हैरान है कि सचिन और सारा के बीच कब तलाक हुआ ? आखिर पायलट ने अपने तलाक होने की बात को क्यों सार्वजनिक नहीं किया? वहीं अब एक बड़ा सवाल ये भी खड़ा हो रहा है कि चुनाव के पहले सचिन के तलाक की बात सामने आने के बाद क्या उन्हें इसका नुकसान उठाना पड़ेगा ?
आखिरी बार कब दिखे थे दोनों साथ ?
सचिन के साथ सारा को आखिरी बार 2018 में देखा गया था, जब सचिन पायलट राजस्थान के डिप्टी सीएम पद की शपथ ले रहे थे। इससे पहले भी खबरें वायरल हुई थी दोनों अलग हो गए हैं, लेकिन जब सारा ने सचिन के लिए चुनाव प्रचार किया और उनके शपथ ग्रहण में बेटों के साथ नजर आईं थी तो ये बात साफ हो गई थी कि दोनों अभी साथ में थे।
सचिन और सारा के बीच कैसे हुआ था प्यार ?
सचिन और सारा अमेरिका की पेंसिलवानिया यूनिवर्सिटी के व्हॉर्टन स्कूल में पढ़ते थे। पढ़ाई के दौरान दोनों की मुलाकात हुई और फिर ये मुलाकात धीरे-धीरे प्यार में बदल गई। अमेरिका में पढ़ाई पूरी होने के बाद सचिन दिल्ली वापस आ गए थे, लेकिन सारा अमेरिका में ही थी। हालांकि दोनों रिश्ते में थे। कई साल तक दोनों एक-दूसरे से बात करते रहे और फिर उन्होंने एक होने का फैसला किया, लेकिन सारा के मुस्लिम और पायलट से हिंदू होने के कारण उनके प्यार के बीच मजहब की दीवार खड़ी हो गई।
क्यों इस शादी के विरोध में थे फारूक अब्दुल्ला ?
सारा और सचिन के परिवार वाले उनकी शादी के साफ खिलाफ थे। फारूक अब्दुल्ला भी नहीं चाहते थे कि उनकी शादी हो। सारा ने अपने पिता को इस शादी के लिए मनाने की काफी कोशिश की, लेकिन वे नहीं माने। वजह थी सारा का मुस्लिम और पायलट का हिंदू होना। बता दें कि अब्दुल्ला परिवार दोनों के प्यार के ही खिलाफ था, शादी तो दूर की बात थी। हालांकि पायलट के घरवाले इस शादी के लिए तैयार हो गए थे। 2004 में दोनों शादी के बंधन में बंध गए, लेकिन इस शादी में सिर्फ पायलट परिवार के सदस्य ही शामिल हुए। अब्दुल्ला परिवार शामिल नहीं हुआ था। शादी बड़ी थी, लेकिन समारोह छोटा, लोगों से ज्यादा सुरक्षाकर्मी तैनात थे। ये शादी उस वक्त की सबसे चर्चित शादी थी।
कब से बढ़ने लगी थीं दूरियां ?
बताया जाता है कि सचिन के पहले बेटे का पहला बर्थडे था। बेटे के पहले बर्थडे पर सचिन किसी काम से बाहर थे। ठीक ऐसा ही उनके बेटे के दूसरे बर्थडे पर भी हुआ। सचिन काफी बिजी रहने लगे थे। वे अपने परिवार और पत्नी के लिए समय कम देने लगे थे। कहा जाता है कि सारा का सचिन का राजनीति में सक्रिय होना कहीं ना कहीं दोनों की बीच की दूरी की सबसे बड़ी वजह थी।