Raipur. छत्तीसगढ़ में राहुल गांधी के दौरे और पीएम आवास योजना को लेकर कांग्रेस सरकार को घेरा है। इसके साथ बीजेपी राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सरोज पांडेय ने कई सवाल भी दागे हैं। सरोज पांडेय ने कहा है कि छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को ईडी का डर लगा रहता है, इसलिए वो हर बार बात को इधर उधर घुमा देते हैं। इसके साथ पाण्डेय ने प्रधानमंत्री आवास योजना को लेकर सरकार से पूछा है कि अभी आपने मुख्यमंत्री आवास योजना लाई है इसमें 1 लाख लोगों को मकान आप दे देंगे, फिर बाकी बचे बेघरों को घर कब मिलेगा?
आरोप हमारे नहीं सरकार के ही मंत्री के हैं- पांडेय
सरोज पांडेय ने कहा है कि राहुल गांधी आग छत्तीसगढ़ पहुंचे हैं। बड़े बड़े विज्ञापन छापे गए हैं। आज का आयोजन मुख्यमंत्री आवास योजना के तहत किया गया है। छत्तीसगढ़ के जरूरतमंद 16 लाख लोगों को आवास नहीं दिया गया, तो ये सरकार विश्वासघात हैं। छत्तीसगढ़ में सरकार ने बेघर लोगों के लिए आवास नहीं बनाया गया। इस बात मुझे बहुत दुख है। यह बात लिखित में टीएस सिंहदेव ने आरोप लगाया है। यह बीजेपी का नहीं छत्तीसगढ़ सरकार के मंत्री का है। जब वे सच बोल रहे थे तो ये घबरा गए है। इसी कारण मुख्यमंत्री आवास योजना लाई गई।
'मोहब्बत की दुकान में नफरत बेचने वाले छत्तीसगढ़ पहुंचे हुए हैं'
सरोज पांडेय ने कहा है कि मुख्यमंत्री हमेशा झूठ बोलते हैं, मोहब्बत की दुकान में नफरत बेचने वाले छत्तीसगढ़ पहुंचे हुए हैं। यहां इस योजना से खानापूर्ति की जा रही है। सीएम कहते हैं कि योजना के साथ प्रधानमंत्री का नाम जुड़ा है इसलिए उन्हें पूरा पैसा देना चाहिए। छत्तीसगढ़ की सभी योजना में सिर्फ एक ही नाम है। घोटाला भी बहुत किए हैं। अगर शराब घोटाला भी नहीं करते तो छत्तीसगढ़ के बेघर लोगों को घर मिल जाता। सिर्फ भ्रम पहुंचाने का काम कर रहे हैं। मुख्यमंत्री से सवाल है कि वर्तमान में जितने लोगों को आवास दिए है बाकी बचे लोगों को कब देंगे। अभी चुनाव आ जाएंगे तो आप बाकी योजना पूरा नहीं करेंगे और ये योजना भी घोटाला बन जाएगी।
सरोज पांडेय ने कहा है मल्लिकार्जुन खड़गे से मैंने 9 सवाल पूछे, लेकिन उन्होंने जवाब नहीं दिया। उनके पास जवाब थे ही नहीं इसलिए मुँह छुपा रहे हैं। कांग्रेस से पूछना चाहती हूं कि जिन लोगों को आवास नहीं मिला उसपर जवाब दें। घोटालों पर जवाब दें। बीजेपी ने 7 लाख से ज्यादा मकान पीएम आवास योजना के तहत बनाकर दे दिए। मुख्यमंत्री खुद भ्रमित हैं, उन्होंने 16 लाख लोगों की सूची क्यों नहीं दे रहे हैं। कांकेर में 5 लोगों की मौत हुई उसपर उन्होंने जवाब नहीं दिया। मुख्यमंत्री आधे टाइम तो ईडी से डरे रहते हैं इसलिए इधर उधर की बातें करते हैं।