संजय गुप्ता, INDORE. सरकारी अधिकारी, इंदौर सरपंच नारायण सिंह चौहान ने मछली पालन व्यवसाय की मंजूरी देने के लिए रिश्वत लेते पकड़ाया। अब गांवों के चुने हुए सरपंच भी रिश्वत मांग रहे हैं। इंदौर लोकायुक्त की कार्रवाई में सिंहासा गांव के सरपंच, नारायण सिंह चौहान 80 हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए पकड़ा गया है, जिसके बाद उस पर भ्रष्टाचार एक्ट के तहत केस दर्ज किया गया है।
व्यवसाय की मंजूरी के लिए मांगी थी रिश्वत
लोकायुक्त पुलिस का कहना है कि बंजारा मोहल्ला जवाहर टेकरी के रहवासी पूरण राठौर पिता पोप सिंह राठौर उम्र 29 साल क्षेत्र में मछली पालन का व्यवसाय करना चाहता था। इस व्यवसाय की मंजूरी प्रदान करने के लिए सरपंच चौहान ने पूरण सिंह से एक लाख रुपए की रिश्वत मांगी थी, परंतु बड़ी मिन्नते करने के बाद यह सौदा 80 हजार रुपए में तय हुआ।
सामने कियोस्क सेंटर वाले को दिलवाए रुपए
लोकायुक्त पुलिस के पास फरियादी ने जानकारी दी, उसके बाद पुलिस ने भी इसका सत्यापन किया और फिर दल बनाया गया। जानकारी के मुताबिक रिश्वत लेने के लिए सरपंच चौहान ने पूरण को बुधवार के दिन बुलाया था, लेकिन उन्होंने यह रिश्वत के रुपए खुद ना लेते हुए अपने दफ्तर के सामने बने कियोस्क के संचालक शिवराज वर्मा को देने के लिए कहा। बता दें कि लोकायुक्त छापे ने कियोस्क से वह राशि जब्त कर ली है और सरपंच को भी हिरासत में ले लिया गया है।