BHILAI. छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव को लेकर सूबे में मचे सियासी घमासान के बीच कांग्रेस को बागियों ने परेशान कर रखा हैं। टिकट वितरण के बाज कांग्रेस में नाराज नेताओं का पार्टी छोड़ने का सिलसिला जारी है। शुक्रवार को भिलाई में वरिष्ठ कांग्रेस नेता और निगम के पूर्व सभापति राजेंद्र अरोरा ने पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। पीसीसी चीफ दीपक बैज को भेजे इस्तीफे में राजेंद्र अरोरा ने पार्टी पर वरिष्ठ नेताओं की उपेक्षा किए जाने का कारण बताया है।
राजेंद्र के पार्टी छोड़ने से परेशानी में कांग्रेस!
बता दें कि राजेंद्र अरोरा ने 40 साल पहले कांग्रेस की सदस्यता ली थी और वह 3 बार पार्षद चुनाव जीतकर नगर निगम के सभापति भी रहे हैं। इसके अलावा उनके वार्ड क्रमांक एक को कांग्रेस का गढ़ भी माना जाता रहा है और अपने वार्ड के मतदाताओं के बीच में काफी दखल भी रखते हैं। राजेंद्र अरोरा के कांग्रेस छोड़ने के बाद वैशाली नगर विधानसभा में कांग्रेस के लिए मुसीबतें बढ़ सकती हैं।
गुरुमुख सिंग होरा ने नहीं भरा नामाकंन
धमतरी से कांग्रेस के लिए राहत की खबर आई है। धमतरी विधानसभा की बात करें तो कांग्रेस से दावेदार रहे पूर्व विधायक गुरुमुख सिंग होरा अब नामाकंन दाखिल नहीं करेंगे। बताया जा रहा है कि कांग्रेस हाईकमान के निर्देश पर यह निर्णय लिया गया। बता दें कि गुरुमुख सिंग होरा नामांकन दाखिल करने वाले थे। वहीं धमतरी से प्रत्याशी चयन को लेकर पुनर्विचार के संकेत मिल रहे हैं।
निर्दलीय चुनाव लड़ने की तैयारी में बागी नेता
बता दें कांग्रेस ने सभी विधानसभा सीटों पर प्रत्याशियों के नाम की घोषणा कर दी है। प्रत्याशी के नाम सामने आने के बाद प्रदेश कांग्रेस में नेताओं में नाराजगी देखी जा रही हैं। कई सीटों से कांग्रेस से दावेदारी पेश करने वाले जिनका नाम काटा गया है वह पार्टी का साथ छोड़कर निर्दलीय चुनाव लड़ने की भी योजना बना रहे हैं।
कांग्रेस में नहीं थम रहा बगावत का शोर
कई विधानसभा सीटों पर कांग्रेस नेताओं की बगावत नजर आ रही है, मरवाही से गुलाब राज को जेसीसीजे ने टिकट दिया है तो सरायपाली से किस्मत लाल नंद को जेसीसीजे ने अपनी तरफ से उतार दिया है, महासमुंद से रश्मि त्रिभुवन महिलांग भी जेसीसीजे के तरफ से फॉर्म खरीद चुकी हैं, मनेंद्रगढ़ से विनय जायसवाल कांग्रेस के खिलाफ खड़े हो गए हैं, लोरमी से सागर सिंह भी कांग्रेस के खिलाफ बिगुल बजा चुके हैं, रायपुर उत्तर से कांग्रेस के अजीत कुकरेजा भी नामांकन खरीद चुके हैं। वहीं धमतरी से गुरूमुख सिंह होरा भी निर्दलीय के रूप में नामांकन खरीद चुके थे, ये सभी कांग्रेस को सीधा नुकसान पहुंचा सकते हैं।