KONDAGAON. छत्तीसगढ़ में चुनावी शोर शुरू हो गया है। इस बीच, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह गुरुवार, 19 अक्टूबर को बस्तर पहुंचे। उन्होंने कोंडागांव में जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि मैं भूपेश बघेल से पूछना चाहता हूं कि 2018 में इसी कोंडागांव में राहुल गांधी ने जो वादे किए थे उसका क्या हुआ? उन्होंने कहा था कि बिजली का बिल आधा कर देंगे। क्या बिल आधा हुआ? बेरोजगारी भत्ता देंगे। क्या ये मिल रहा है। हर साल 4 गैस सिलेंडर मुफ्त में देंगे, मिला क्या?, भूमिहीन परिवारों को घर देंगे, लेकिन उन्होंने तो नहीं दिया। पीएम मोदी ने 11 लाख परिवारों को घर देने का काम किया।
'हमारी सरकार आएगी तो नक्सलवाद खत्म होगा'
अमित शाह ने कहा कि मैं भूपेश बघेल से पूछना चाहता हूं कि केंद्र में 10 वर्ष तक आपकी (कांग्रेस) सरकार थी, आप जनजातीय मंत्रालय को कितना रुपए देते थे। उन्होंने देशभर में आदिवासी कल्याण के लिए मात्र 29,000 करोड़ रुपए दिए। लेकिन मोदी जी के प्रधानमंत्री बनने के बाद 1,32,000 करोड़ रुपए आदिवासी कल्याण पर खर्च किए गए। शाह ने कहा कि कांग्रेस शासन के दौरान नक्सलवाद बढ़ा, जबकि बीजेपी ने नक्सलवाद से होने वाली हिंसा को 70 प्रतिशत कम करने का काम किया। कांग्रेस ने आदिवासियों के विकास के लिए कभी कुछ नहीं किया और केवल वादे किए जो कभी पूरे नहीं हुए। हमारी सरकार आएगी तो नक्सलवाद जैसी समस्या खत्म होगी।
शाह ने बस्तर में दो जनसभाएं कीं
अमित शाह ने बस्तर में दो जगह पर जनसभाएं कीं। पहली जगदलपुर के लालबाग मैदान में जबकि दूसरा कोंडागांव के पुलिस ग्राउंड में। दोनों ही जगहों पर उन्होंने नामंकन रैली में भी हिस्सा लिया। इस दौरान एक बार फिर से अमित शाह ने राज्य सरकार को सीधे तौर पर निशाने लिया और सीएम भूपेश पर कई गंभीर आरोप लगाए।
'इस बार तीन दिवाली मनानी हैं'
शाह ने नक्सलवाद के मुद्दे पर भी प्रदेश सरकार को घेरने से नहीं चूके। परिवर्तन संकल्प महासभा में शाह ने कहा कि इस बार हमें छत्तीसगढ़ में तीन दिवाली मनानी हैं। पहली दिवाली- दिवाली त्योहार की, दूसरी दिवाली- 3 दिसंबर को जब यहां पर बीजेपी की सरकार बनेगी और तीसरी दिवाली- जब अयोध्या में जनवरी में प्रभु श्रीराम का मंदिर होगा तब भी दिवाली मनाई जाएगी।