BHOPAL. भोपाल जेल में बंद सिमी के 4 सिमी आतंकी अपनी मांगों को पूरा कराने भूख हड़ताल कर रहे हैं, उनकी इस भूख हड़ताल से दो आतंकियों की हालत गंभीर है। चारों न्यूज पेपर दिए जाने, लाइब्रेरी, सामूहिक नमाज और घड़ी देने की मांग को लेकर हड़ताल पर हैं, उधर समझाइश के बावजूद न मानने के चलते जेल प्रशासन ने इन चारों के घरवालों को चिट्ठी लिखने और मुलाकात पर बैन लगा दिया है। जेल अधीक्षक ने चारों को डेढ़ घंटे तक हड़ताल खत्म करने समझाइश दी थी लेकिन चारों ने मांगें पूरी न होने तक हड़ताल जारी रखने की जिद पकड़ी हुई है।
पानी पीना भी छोड़ा
जेलर सरोज मिश्रा का कहना है कि 8 अगस्त से चारों आरोपियों अबू फैसल, मरुद्दीन, कामरान और शिवली ने एक-एक कर भूख हड़ताल शुरु कर दी थी। जेल नियमों के हिसाब से चारों ने लिखित में भूख हड़ताल की इत्तला दी। जिस पर जेल मैन्युअल के तहत उन्हें चेतावनी पत्र जारी किया गया था। बावजूद इसके चारों ने भूख हड़ताल खत्म नहीं की। शुरुआत में चारों को फीडिंग के जरिए डाइट दी जाती रही लेकिन अब चारों ने फीडिंग के जरिए डाइट लेना भी बंद कर दिया। यहां तक कि वे अब पानी भी नहीं पी रहे हैं।
जेल प्रशासन ने की मीटिंग
सिमी आतंकियों की इस हड़ताल को लेकर जेल अधीक्षक और तमाम बड़े अधिकारियों ने बैठक की है। भूख हड़ताल के मद्देनजर आगे क्या करना है इस पर बैठक में रणनीति बनाई गई। दरअसल चारों आरोपियों का जेल कैंपस से बाहर निकलना प्रतिबंधित है। जेलर ने बताया कि जेल में अस्पताल जितने संसाधन मौजूद नहीं होते। ऐसे में अगर इनकी हालत और बिगड़ी उस स्थिति में क्या करना है? इस पर बैठक में चर्चा हुई।
2020 में भी कर चुके भूख हड़ताल
यह पहली मर्तबा नहीं जब सिमी के आतंकियों ने भूख हड़ताल की हो। नवंबर 2020 में भोपाल जेल में अहमदाबाद जेल जैसी सुविधाओं की डिमांड को लेकर सिमी आतंकियों ने भूख हड़ताल शुरु कर दी थी। वहीं आतंकी ड्राई फ्रूट, दूध और पौष्टिक आहार के साथ-साथ चिकिन-मटन की डिमांड कर रहे थे। जिसे जेल प्रशासन ने खारिज कर दिया था। दूसरी मर्तबा फरवरी 2021 में इन्होंन भूख हड़ताल की थी। तब ये लोग एकांत कारावास से बाहर निकलने डिमांड कर रहे थे। उस दौरान भी इनकी कोई भी मांग पूरी नहीं की गई थी।