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BHOPAL. आयकर विभाग ने सोम ग्रुप के ठिकानों पर मंगलवार सुबह-सुबह छापेमारी की थी। इस दौरान देश के पांच राज्यों में अलग-अलग ठिकानों पर हुई कार्रवाई में अफसरों को एक दर्जन से अधिक लॉकर्स का पता चला है। इन लॉकर्स से जेवरात और भारी मात्रा में नकदी बरामद हुई हैं। हालांकि, कितनी नकदी और जेवरात मिले हैं, अभी तक इसका खुलासा नहीं हो पाया है।
शैल कंपनियों से मनी ट्रांजेक्शन का खुलासा
बता दें कि भोपाल में सोम ग्रुप पर आयकर विभाग की कार्रवाई लगातार जारी है। जांच के दौरान सामने आया कि ग्रुप ने बोगस खातों से कर्मचारियों के खातों में राशि जमा की जाती थी। साथ ही शैल कंपनियों से मनी ट्रांजेक्शन का खुलासा भी सामने आया है। बता दें कि कंपनी में काम करने वाले इलेक्ट्रिशियन, सेल्समैन, गार्ड, सुपरवाइजर और अन्य कर्मचारियों के नाम पर इन्वेस्टमेंट किया गया है। जानकारी में आया कि आईपीओ (इनिशियल पब्लिक ऑफर) रजिस्ट्रेशन के चलते ये सारा खेल किया गया है। वहीं ग्रुप में रिटेलरशिप का काम किए जाने की भी जानकारी सामने आई है।
करोड़ों रुपए कीमत की 20 लग्जरी कारें
आयकर विभाग के अफसरों को जांच के दौरान ग्रुप के मालिकों और अफसरों के यहां 15 से 20 लग्जरी कारें मिली हैं, जिनकी कीमत करोड़ों में है। इन सबके मामले में लगातार जांच की जा रही है। इसके साथ ही अफसर पैसों के इन्वेस्टमेंट के विदेशी कनेक्शन की भी तलाश कर रहे हैं। चुनावी राज्य मध्य प्रदेश में प्रमुख व्यावसायिक हितों वाला सोम समूह मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में शराब के निर्माण, बॉटलिंग और वितरण में एक प्रमुख खिलाड़ी है। यह समूह मध्य भारत में शराब कारोबार का सबसे बड़ा खिलाड़ी माना जाता है। बता दें कि इससे पहले अप्रैल में, सोम ग्रुप ने महाराष्ट्र में एक नई इकाई में लगभग ₹300 करोड़ निवेश करने की योजना की घोषणा की थी।