RAIPUR. बीजापुर के पीजी कॉलेज के छात्र नेताओं के खिलाफ माओवादियों ने पर्चा फेंका है। जिससे छात्र दहशत में हैं। पर्चे में माओवादी नेता ने छात्र नेताओं के खिलाफ प्रेस नोट जारी कर मनमर्जी करने का आरोप लगाया है।
छात्र नायक ताती और उप नायक आगनपल्ली पर धमकी देने का आरोप लगाया
माओवादियों के पश्चिम बस्तर डिवीजनल कमेटी के सचिव मोहन ने जारी प्रेस नोट में बीजापुर PG कॉलेज के छात्र नायक राकेश ताती और उप छात्र नायक अर्जुन आगनपल्ली पर प्रोफेसर और छात्रों को धमकी देने का आरोप लगाया है। इसके अलावा छात्रों को धमकी देकर छात्रवास से भगाने का भी आरोप लगाया गया है। माओवादी नेता ने कहा है कि दोनों छात्रनेताओं के प्रताड़ना से परेशान होकर छात्रों को स्कूल छोड़ना पड़ा रहा है।
रैगिंग और मेस फीस पर कमीशन वसूलने का आरोप
नक्सलियों ने दोनों छात्रों पर रैगिंग के साथ-साथ खाने की मेस की फीस पर प्रति छात्र 1000 रुपए कमीशन वसूलने का आरोप लगा है। प्रेस नोट जारी करते हुए नक्सलियों ने कहा है कि इन दोनों छात्रों ने प्रोफेसर को अपने कब्जे में रखा है। उन्हें धमकाते हैं। नक्सलियों ने छात्र नेताओं को चेतावनी दी है कि अगर वह इस तरह की घटनाएं दोबारा करते हैं तो उनके ऊपर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
चार बिंदुओं पर अल्टीमेटम
नक्सलियों ने छात्रों को लेकर चार बिंदु चिन्हित किए हैं। जिसमें दोनों छात्र नेताओं को अल्टीमेटम दिया है। उन्होंने लिखा है कि अब पीजी कॉलेज में रैगिंग लेना बंद करना पड़ेगा। हर एक छात्रा से मेस राशि लेना बंद करना पड़ेगा। ताती राकेश और अर्जुन अंगमपल्ली जैसे छात्र नेता नहीं बनेंगे और कॉलेज के प्रोफेसर को धमकाना बंद करना होगा। इसके साथ ही उन्होंने सरकार से मिलने वाली राशि से मेस चलाने की बात की है।
स्कूल के छात्र भी रहते हैं हॉस्टल में
बीजापुर स्थित शहीद बनकट पीजी कॉलेज में 11वीं और 12वीं के 20 छात्र भी पढ़ते हैं वहीं एमएससी छात्रों के लिए 30 सीट निर्धारित की गई हैं, लेकिन जिला प्रशासन के द्वारा कॉलेज में मेस की सुविधा उपलब्ध नहीं है। जिसके कारण यहां पर आपस में छात्रों का चुनाव होता है और जो जीतता है वह नियमानुसार मेस का संचालन करता है।
अलग छात्रावास बनाने की मांग
माओवादी नेता ने स्कूल, कॉलेज के छात्रों के लिए अलग-अलग छात्रवास बनाने और कॉलेज में रैगिंग, मेस फीस बन्द करने की मांग उठाई है। मामले की जानकारी के बाद फिलहाल यह पता लगाया जा रहा है कि पर्चा नक्सलियों ने फेंका है या किसी और ने। साथ ही कॉलेज के छात्र नेताओं की सुरक्षा के इंतजाम भी किए जा रहे हैं।
पर्चे की जांच कर रहे
बीजापुर पुलिस के मुताबिक नक्सलियों ने विधानसभा चुनाव का बहिष्कार करने और मतदान के खिलाफ जगह-जगह पर्चे फेंके, पोस्टर लगाए थे। कई जगहों पर आईइडी ब्लास्ट की घटना भी हुई, लेकिन सामान्य तौर पर स्कूल कॉलेज के छात्रों के खिलाफ नक्सली पर्चा नहीं फेंकते। वे ज्यादातर राजनीतिक व्यक्ति या सरकारी अफसरों को अपना निशाना बनाते रहे हैं। ऐसे में छात्र नेताओं के खिलाफ पर्चे आने का मतलब है शिक्षण संस्थानों की गतिविधियों पर नजर रखा जाना। पुलिस पर्चे के असली होने की भी पड़ताल कर रही है।