नियमों में बदलाव से बढ़ गए छात्र…RSU में इस बार 50 हजार छात्र देंगे पूरक परीक्षा, इस तारीख से भरे जाएंगे फार्म

author-image
The Sootr CG
एडिट
New Update
नियमों में बदलाव से बढ़ गए छात्र…RSU में इस बार 50 हजार छात्र देंगे पूरक परीक्षा, इस तारीख से भरे जाएंगे फार्म

RAIPUR. छत्तीसगढ़ समेत देशभर में एजुकेशन सिस्टम को बेहतर करने के लिए लगातार बदलाव किए जा रहे हैं। इसी क्रम में दो विषयों में पूरक की पात्रता संबंधी नया नियम लागू कर दिया गया है। इससे छात्रों की संख्या बढ़ गई है। पं.रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय की पूरक परीक्षा 27 अक्टूबर से शुरू होगी। विवि की ओर से इसकी समय-सारणी जारी हो चुकी है। इस बार पूरक परीक्षा में 50 हजार छात्रों के शामिल होने की संभावना है। यह परीक्षा 22 नवंबर तक आयोजित की जाएगी।

छात्रहित में लिये निर्णय का असर

गौरतलब है कि रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय की ओर से इस बार वार्षिक परीक्षा मार्च से मई तक आयोजित की गई थी। इसमें बीए, बीकॉम, बीएससी, बीसीए समेत अन्य के तीनों वर्ष में कुल 125463 परीक्षार्थी शामिल हुए थे। इसमें से 48925 पास हुए थे। जबकि 50767 छात्रों को फेल घोषित किए गए थे। इसी तरह 24542 छात्रों को पूरक मिला था। जो छात्र फेल हुए हैं उसमें से करीब 25 हजार छात्र दो विषय में फेल हैं। इस तरह इस बार पूरक में छात्रों की संख्या बढ़ी है। दरअसल, कोरोना काल की पूरक परीक्षा में छात्रों की संख्या पांच हजार से भी कम थी। इसलिए दस दिनों के भीतर ही परीक्षा खत्म हो जा रही थी। लेकिन इस बार परीक्षा लंबी चलेगी।

ऑनलाइन कर सकते हैं आवेदन

RSU की पूरक परीक्षा के लिए ऑनलाइन आवेदन की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। इसके फार्म 16 अक्टूबर तक ऑनलाइन भरे जाएंगे। 27 नवंबर से परीक्षा शुरू होगी। परीक्षा में गेप कम दिया गया है। रविवार और अन्य एक-दो दिन छोड़कर छुट्टी नहीं है। लगातार परीक्षाएं होंगी। गौरतलब है कि रविवि की ओर से पूरक परीक्षा की तैयारी अगस्त में की गई थी। इसके लिए आवेदन भी मंगाए गए थे। लेकिन दो विषय में पूरक की पात्रता संबंधी नियम की वजह से तब परीक्षा आयोजित नहीं की गई।

CG न्यूज़ पूरक परीक्षा में 50 हजार छात्र शामिल पं.रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय CG Newsछात्रहित में लिये निर्णय का असर 50 thousand students appeared in the supplementary examination Pt. Ravi Shankar Shukla University Impact of the decision taken in the interest of the students