गंगेश द्विवेदी, RAIPUR. छत्तीसगढ़ में सभी 90 सीटों पर मतदान खत्म हो गया है। चुनाव परिणाम 3 दिसंबर को आएगा, लेकिन इससे पहले ही प्रदेश के सीएम और डिप्टी सीएम में मुख्यमंत्री के पद को लेकर एक बार फिर चर्चा छिड़ गई है। डिप्टी सीएम टीएस सिंहदेव ने आगे चुनाव नहीं लड़ने की बात दोहराई साथ ही सीएम पद की दावेदारी को खुद को दूसरे नंबर पर बताया। सीएम ने इसके जवाब में कहा कि विधायक दल और हाईकमान तय करेगा कौन होगा अगला मुख्यमंत्री।
'मुखिया जो तय करेंगे वैसा होगा'
मीडिया से चर्चा के दौरान डिप्टी सीएम टीएस सिंहदेव ने कहा कि कैप्टन तो सलेक्शन कमेटी बनाती है वो तय करते हैं, टीम के सदस्य के रूप में जो भी जिम्मेदारी मिलेगी खेलूंगा। यह हाईकमान का विशेषाधिकार है, परिवार के मुखिया जो तय करेंगे वैसा होगा। आगे चुनाव लड़ने की बात पर उन्होंने साफ कहा कि अब हो गया। मतदान से पहले यह बात कहता तो गड़बड़ होती लेकिन अब हल्का होकर कहने की बात है, अगर मुझे जनता जिताती है तो अगले पांच साल पूरी तन्मयता से काम करूंगा। और उसके बाद अब नया पुराना होना चाहिए।
सीएम की दौड़ में मैं सबसे आगे तो नहीं हूं..
मुख्यमंत्री की दौड़ में सबसे आगे होने की बात से इंकार करते हुए सिंहदेव ने कहा कि मैं दौड़ में सबसे आगे तो नहीं हूं, जो सिटिंग चीफ मिनिस्टर है उनका दावा पहला बनता है। हम जीतते हैं तो सबसे पहले उनका नाम विचार में आएगा लेकिन उसके आगे वो सोचते हैं तो और भी नाम हो सकते हैं उसमें मेरा नाम भी हो सकता है। लेकिन जिसको भी मुख्यमंत्री बनाया जाएगा, उनके साथ हम सबको एक टीम के तौर पर काम करना है। ढाई साल के फार्मूले पर डिप्टी सीएम ने कहा कि ढाई साल के कमिटमेंट की बात अभी तक किसी ने सार्वजनिक रूप से नहीं कही है, वह समय आएगा तो उसकी भी चर्चा करेंगे। अभी कहीं कोई बात नहीं है।
आलाकमान करेगा सीएम का फैसला
इधर, पाटन में जब मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से मीडिया ने सवाल किया कि टीएस सिंहदेव के परिजन मुख्यमंत्री की कुर्सी पर उनका दावा जता रहे हैं, सीएम ने सामुहिक नेतृत्व को नकार दिया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने मेरे नेतृत्व में यहां चुनाव लड़ा है। लेकिन मुख्यमंत्री कौन बनेगा इसका फैसला नतीजे आने के बाद विधायक दल और आलाकमान करेगा।
ढाई साल का असंतोष
कांग्रेस के भीतर खाने में मुख्यमंत्री पद को लेकर आपसी खींचतान जग जाहिर रही है। कांग्रेस के पिछले 5 साल के कार्यकाल में मुख्यमंत्री पद को लेकर हमेशा अलग-अलग बयान और बातें सुर्खियों में रही। टीएस सिंहदेव के परिवार के लोगों के इस बयान को ढाई- ढाई साल के मुख्यमंत्री के चर्चित फार्मूले जोड़कर देखा जा रहा है। साफ तौर पर दोनों नेताओं ने खींचतान स्वीकार नहीं किया, लेकिन खबरें आने पर उनकी ओर से खंडन भी नहीं आया। टीएस सिंहदेव पिछले ढाई साल से लगातार मीडिया के सामने यही जताते रहे कि वे हाइकमान के इशारे का इंतजार कर रहे हैं।