RAIPUR. छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव का ऐलान होने के बाद अब राजनीतिक गलियारों में खलबली मची हुई है। नवरात्रि के पहले दिन कांग्रेस ने अपने 30 उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी की है। जिसके बाद डिप्टी सीएम टीएस सिंहदेव का बड़ा बयान सामने आया है। आगामी विधानसभा चुनाव में कांग्रेस उम्मीदवार सूची पर छत्तीसगढ़ के उपमुख्यमंत्री ने कहा कि 'मैं सुझाव देने वाला हूं कि जितनी देर तक चाहें उतनी देर तक उम्मीदवारों की सूची रोक लीजिए क्योंकि जिन प्रत्याशियों के नाम सामने आ रहे हैं चुनाव आयोग उनकी रिकॉर्डिंग कर रहा है और कह रहा है कि ये खर्चा चुनाव प्रचार में जुड़ेगा… बताइए ऐसे चुनाव कैसे लड़ा जाएगा?'
कांग्रेस प्रत्याशी चुनाव आयोग के रडार पर
एक तरफ जहां प्रदेश में आगामी चुनाव को देखते हुए आदर्श अचार संहिता प्रभावी हो चुकी है तो दूसरी तरफ कांग्रेस प्रत्याशियों की सूची भी आने लगी है। लेकिन इन दोनों मामलों का आपस में क्या लेना देना? तो बता दे कि कांग्रेस ने जिन उम्मीदवारों के नाम घोषित किए हैं, वह पूरी तरह चुनाव आयोग के रडार पर हैं। ऐसे प्रत्याशियों पर निर्वाचन आयोग कड़ी नजर रखे हुए है। उनकी गतिविधियों की वीडियों रिकॉर्डिंग कराई जा रही है। इतना ही नहीं बल्कि उनके कार्यक्रमों का खर्च अब चुनाव प्रचार के तौर पर भी जोड़ा जा रहा है।
सिंहदेव ने यह भी कहा
निर्वाचन आयोग के इसी कार्यशैली से प्रदेश के डिप्टी सीएम टीएस सिंहदेव खासे नाराज नजर आएं। उन्होंने इससे निबटने के लिए पार्टी को भी तरीका सुझाया। मीडिया से हुई बातचीत में उन्होंने कहा “मैं सुझाव देने वाला हूं कि जितनी देर तक चाहें उतनी देर तक उम्मीदवारों की सूची रोक लीजिए क्योंकि जिन प्रत्याशियों के नाम सामने आ रहे हैं चुनाव आयोग उनकी रिकॉर्डिंग कर रहा है और कह रहा है कि ये खर्चा चुनाव प्रचार में जुड़ेगा। बताइए ऐसे चुनाव कैसे लड़ा जाएगा?”