संजय गुप्ता, INDORE. इंदौर में ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ मार्च 2020 में बीजेपी में गए कांग्रेस के पूर्व शहर अध्यक्ष प्रमोद टंडन ने बीजेपी से इस्तीफा दे दिया है। वह अभी बीजेपी प्रदेश कार्यसमिति में शामिल थे। वहीं उनके साथ ही राउ से बीजेपी के एबीवीपी के समय से जुड़े नेता दिनेश मल्हार ने भी इस्तीफा दे दिया है। टंडन ने इस्तीफा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा को भेजा तो मल्हार ने नगर अध्यक्ष गौरव रणदिवे को चार लाइन का इस्तीफा भेज दिया, जिसमें कोई कारण नहीं लिखा है।
सिंधिया से लगाव के कारण भावनात्मक फैसला ले लिया था- टंडन
टंडन ने कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में जाने और फिर बीजेपी छोड़ने के घटनाक्रम को लेकर कहा कि मैं पूरे 40 साल के राजनीतिक जीवन में कांग्रेसी रहा हूं। बीच का तीन-साढ़े तीन साल का समय छोड़ दीजिए। मैं सिंधिया के साथ भावनात्मक लगाव के कारण बीजेपी में चला गया था, लेकिन अब सिंधिया से लगाव खत्म और जय कमलनाथ, जय राहुल गांधी, जय प्रियंका, जय हिंदू-मुस्लिम भाईचारा का नाम दूंगा और कांग्रेस के लिए जुट जाऊंगा।
23 सितंबर को कांग्रेस में शामिल होंगे
टंडन 23 सितंबर को कमलनाथ के इंदौर दौरे के दौरान कांग्रेस में औपचारिक तौर पर शामिल होंगे। उन्होंने बीजेपी को लेकर कहा कि वहां भी गुटबाजी है और कॉकस है, विपक्ष को खत्म करने की राजनीति करते हैं, लोकतत्रं को खत्म किया जा रहा है, अधिकारी शासन चला रहे हैं और जमकर भ्रष्टाचार हो रहा है। मैं अब कांग्रेस में रहकर काम करूंगा।
मल्हार भी हो सकते हैं कांग्रेस में शामिल, राउ सीट पर होगा प्रभाव
एबीवीपी के समय से ही बीजेपी से जुड़े दिनेश मल्हार ने भी पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। बताया जा रहा है कि लंबे समय से वह पार्टी में साइड लाइन हो रहे थे। राउ से टिकट की वह लगातार दावेदारी कर रहे थे, लेकिन पार्टी ने इस बार फिर मधु वर्मा को टिकट दिया। इसके बाद वह तभी से बीजेपी छोड़ने का मन बना रहे थे। माना जा रहा है कि वह भी कांग्रेस में शामिल हो सकते हैं। इसकी हिंट खुद शहर अध्यक्ष कांग्रेस सुरजीत सिंह चड्ढा ने दी और कहा कि वह भी कांग्रेस में आएंगे और भी कई नेता कांग्रेस में लौटेंगे।
राउ में बढ़ सकती हैं मधु वर्मा की मुश्किलें
हम संपर्क में हैं और 23 सितंबर को कमलनाथ के इंदौर दौरे से पहले और भी कई खबरें आपको मिल सकती है। वहीं टंडन का भी राउ सीट पर आंशिक प्रभाव है। टंडन ने खुद भी कहा कि हमारे और मल्हार के इस्तीफा देने से जीतू पटवारी की खुशी बढ़ गई है, पहले कम हो गई थी। माना जा रहा है कि इससे राउ सीट के लिए मधु वर्मा की मुश्किलें बढ़ गई है।
चड्ढा और गोलू पहुंचे स्वागत करने, टंडन ने कहा- सुबह का भूला शाम को लौटा हूं
वहीं इस्तीफे की खबर आते ही चड्ढा और शहर कार्यवाहक अध्यक्ष कांग्रेस गोलू अग्निहोत्री के साथ कांग्रेस के कई पदाधिकारी, नेता टंडन के घर पहुंचे । चड्ढा ने कहा कि टंडन कभी भी मन से बीजेपी में नहीं गए थे, वह हमेशा कांग्रेसी ही थे। गोलू ने भी कहा कि हम और सुरजीत जी लगातार उनके संपर्क में थे। यह उनकी घर वापसी है। टंडन ने भी कहा कि सुबह का भूला शाम को घर आए तो भूला नहीं कहते हैं। मैं अपने घर वापस आया हूं।
सिलावट बड़े नेता मेरी क्या औकात, सिंधिया मिलेंगे तो गले थोड़े ही लगाएंगे
टंडन ने यह भी कहा कि सिलावट से मेरी कोई बराबरी नहीं, वह मंत्री हैं। मेरी कहां उनके सामने कोई औकात। सिंधिया से मुलाकात पर कहा कि मिलते थे, हाथ जोड़ लेते थे, वह भी और मैं भी। वह अब गले थोड़े ही लगाएंगे। बीजेपी छोड़ने पर टंडन ने यह भी कहा कि कुछ तो वजह रही होगी कोई यूं ही नहीं बेवफा होता।
सिंधिया के साथ गए समंदर पटेल भी लौट चुके हैं, शेखावत बीजेपी छोड़ चुके
सिंधिया के साथ ही बीजेपी में गाए समंदर पटेल भी कुछ दिन पहले कांग्रेस में लौट चुके हैं। वहीं भंवर सिंह शेखावत सिंधिया समर्थक राजवर्धन दत्तीगांव के बीजेपी में आने के बाद से ही नाराज चल रहे थे वह भी कांग्रेस में लौट चुके हैं। समंदर जहां जावद से चुनाव लड़ेंगे तो वहीं शेखावत बदनावर से प्रत्याशी होंगे।