KHARGONE. खरगोन में आबकारी एक्ट के तहत जेल भेजे गए एक विचाराधीन कैदी की मौत हो गई। तबीयत बिगड़ने पर उसे अस्पताल ले जाया जा रहा था लेकिन बीच रास्ते ही उसने दम तोड़ दिया। इस मामले में कैदी का एक वीडियो वायरल होने से और सनसनी मच गई, जो कि जेल के अंदर ही बनाया गया था। वीडियो में कैदी जेलर पर मारपीट करने और उसका इलाज नहीं करवाने का आरोप लगा रहा है। हालांकि वीडियो कब बनाया गया इसकी जांच चल रही है। उधर परिजनों ने कैदी की मौत पर पुलिस और जेल प्रबंधन दोनों पर गंभीर आरोप लगाकर हंगामा किया।
यह है मामला
26 सितंबर को रवि पाल को आबकारी विभाग ने गिरफ्तार किया था। विभाग ने उसे 6 पेटी देशी और विदेशी शराब के साथ पकड़ने की बात कही और मामला दर्ज कर जेल भेज दिया। जेल में रवि की तबीयत खराब हुई तो उसे जिला अस्पताल लाया गया जहां से इंदौर रेफर किया गया लेकिन इंदौर पहुंचने से पहले ही उसने बीच रास्ते दम तोड़ दिया। मौत की खबर लगते ही परिजनों और बड़ी संख्या में जुटे लोगों ने कलेक्ट्रेट का घेराव कर दिया और आबकारी विभाग के निरीक्षक और जेलर पर कार्रवाई की मांग की। न्यायिक जांच और उचित कार्रवाई के आश्वासन के बाद ही परिजन माने।
वायरल वीडियो में मृतक ने लगाए आरोप
दरअसल इस पूरे मामले पर एक वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें मृतक रवि वीडियो में कह रहा है कि जेलर ने बोला कि तू मर जाएगा, तब भी तुझे अस्पताल नहीं भेजूंगा। मैं तो आज गिर गया चक्कर खाकर और 3 घंटे तक बेसुध पड़ा रहा। हालांकि इस बात पुष्टि नहीं हो पा रही है कि यह वीडियो मौत के ठीक पहले का है या फिर पुराना है।
आबकारी एसआई का ट्रांसफर और जेल प्रहरी सस्पैंड
इधर इस मामले में कलेक्टर शिवराज सिंह वर्मा और एसपी धर्मवीर सिंह ने घेराव कर रहे परिजनों से चर्चा की। उन्हें न्यायिक जांच का भरोसा दिलाया। जबकि आबकारी सब इंस्पेक्टर सचिन भास्करे का तबादला कर दिया गया है और जेल के मुख्य प्रहरी तुलसीराम वर्मा और जेल प्रहरी निरोज सोलंकी को सस्पैंड कर दिया गया है।