मालवा-निमाड़ में आदिवासियों ने फिर दिया कांग्रेस का साथ, जयस के दूसरे धड़े ने पांच सीटों पर हार-जीत के मार्जिन से ज्यादा काटे वोट

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Pooja Kumari
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मालवा-निमाड़ में आदिवासियों ने फिर दिया कांग्रेस का साथ, जयस के दूसरे धड़े ने पांच सीटों पर हार-जीत के मार्जिन से ज्यादा काटे वोट

संजय गुप्ता, INDORE. मालवा-निमाड़ की आदिवासी 22 सीटों में इस बार कांग्रेस के हाथ में 12 सीटें आई है जो बीते चुनाव में 15 थी, वहीं बीजेपी को नौ (बीते चुनाव में 6 थी) सीट मिली और एक अन्य के खाते में गई है। यहां की आदिवासी सीट के साथ आदिवासी बाहुल्य महू सीट पर जयस के दूसरे धड़े समर्थित उम्मीदवार उतरे थे और कुछ सीटों पर भारत आदिवासी पार्टी यानि बाप के उम्मीदवार मैदान में थे। पूरे मप्र में केवल इकलौती सीट सैलाना ही है जो बीजेपी या कांग्रेस के पास नहीं जाकर अन्य के पास गई और वह भी बाप के कमलेशवर डोडियार के खाते में गई है। डोडियार को 2018 के चुनाव में केवल 18643 वोट मिले थे। वहीं इस बार वह बीजेपी, कांग्रेस को मात देकर विजयी हुए। पांच ऐसी सीट थी जहां हार-जीत के मार्जिन से ज्यादा इन निर्दलीय जयस समर्थित उम्मीदवार या बाप के उम्मीदवारों को वोट मिले।

कांग्रेस को मालवा-निमाड़ में मिली 18 सीट में 12 आदिवासी ही

कांग्रेस को साल 2018 चुनाव में मालवा-निमाड़ की 66 में से 34 सीट मिली थी, जो नवंबर 2020 में उपचुनाव के बाद 29 हो गई थी। तब उसके पास इसमें से 15 आदिवासी सीट थी। वहीं इस बार कांग्रेस को केवल 18 सीट मिली है और इसमें से भी 12 सीट आदिवासी है। यानि वह अन्य सीट केवल 6 ही जीत पाई है।

  • सैलाना - भारत आदिवासी पार्टी (बाप) के कमलेशवर डोडियार यहां से जीत गए और बीजेपी, कांग्रेस दोनों को झटका दिया। वह 4618 वोट से जीते, और दूसरे नंबर पर कांग्रेस प्रत्याशी हर्ष उर्फ गुड्‌डु रहे, जो मौजूदा विधायक थे।
  • महू - आदिवासी बाहुल्य इस सीट से जयस समर्थिक प्रदीप मावी उतरे और 11394 वोट काट दिए। कांग्रेस को एक झटका अंतरसिंह दरबार के कारण भी लगा। नतीजतन बीजेपी की उषा ठाकुर 34 हजार से अधिक वोट से जीत गई।
  • रतलाम ग्रामीण - यहां से डॉ. अभय ओहरी निर्दलीय उतरे और 8562 वोट ले गए। बीजेपी के मथुरालाल डावर यहां से 34 हजार से अधिक वोट से चुनाव जीते। कांग्रेस को नुकसान।
  • पेटलावद - यहां से वालूसिंह गामड़ उतरे और 15611 वोट ले गए, कांग्रेस के वालसिंह मेडा, बीजेपी की निर्मला भूरिया से 5647 वोट से हार गए।
  • नेपानगर - यहां से बिल्लोरसिंह जमरा को 16365 वोट मिले और बीजेपी की मंजू कांग्रेस प्रत्याशी से 44805 वोट से जीत हुई।
  • भगवानपुरा - यहां से मोहन किराड़े को निर्दलीय प्रत्याशी तौर पर 5995 वोट मिले, वहीं कांग्रेस के केदार डावर को 12167 वोट से जीत हई।
  • मनावर - यहां से आदिवासी उम्मीदवार में आप की ओर से लालसिहं बर्मन उतरे और 2847 वोट मिले। कांग्रेस के हीरालाल अलावा 708 वोट से जीत सके।
  • सरदापुर - निर्दलीय आदिवासी प्रत्याशी तौर पर राजेंद्र गामड़ को 2940 वोट मिले और यहां से कांग्रेस के प्रताप ग्रेवाल 4128 वोट से जीते।
  • मंधाता - निर्दलीय राहुल चंदेल को 2908 वोट मिले और बीजेपी के नाराय पटेल केवल 589 वोट से जीत सके, कांग्रेस के राज पूरणी की निकट की हार हुई।
  • राजपुर - निर्दलीय सुनील सोलंकी यहां से 1243 वोट ले गए, कांग्रेस के बाला बच्चन बमुश्किल 890 वोट से जीत हासिल कर सके।
  • हरसूद - महेंद्र बड़ाई को 1250 वोट मिले, हालांकि इससे बीजेपी के विजय शाह की जीत पर असर नहीं हुआ और 59 हजार से अधिक वोट से जीते
  • झाबुआ - निर्दलीय उतरे अमर सिंह भाभर को 1394 वोट मिले, हालांकि कांग्रेस के विक्रांत भूरिया की आरामदायक 15 हजार से अधिक वोट से जीत हुई।
  • थांदला - भारत आदिवासी पार्टी की माजू सिंह डामौर को 9215 वोट मिले, कांग्रेस के वीरसिहं भूरिया 1340 वोट से जीत सके।
  • पानसेमल - निर्दलीय रमेश चौहान को 12930 वोट मिले। यहां से बीजेपी के श्याम बर्डे 13442 वोट से जीत गए, कांग्रेस की हार हुई।
  • जोबट - निर्दलीय रिंकू बाला डावर 2527 वोट मिले, हालांकि इससे कांग्रेस की सेना पटेल पर असर नहीं हुआ और वह 38 हजार से अधिक वोट से जीती।
  • कुक्षी - बोंदल सिंह मुजाल्दा निर्दलीय उतरे और 1460 वोट ही मिले, कांग्रेस के हनी बघेल आराम से 49888 वोट से जीते
  • अलीराजपुर - निर्दलीय उतरे नवल सिंह मंडलोई को 2706 वोट मिले, हालांकि यहां से बीजेपी के नागर सिंह चौहान ने 3723 वोट से जीत ली।
  • बागली - यहां से निर्दलीय सूरज डावर को केवल 773 वोट ही मिले, और बीजेपी के मुरली भावर आराम से 7779 वोट से जीत गए।

आदिवासी हुए दूर, फिर भी अन्य सीटों से ज्यादा दिया साथ

पूरे मप्र में इस बार आदिवासी 47 सीटों पर कांग्रेस को झटका लगा है। मालवा-निमाड़ में भी यही हुआ है लेकिन इतना बड़ा झटका कांग्रेस को उन्होंने नहीं दिया। यहां की 22 आदिवासी सीटों में साल 2018 में कांग्रेस को 15, बीजेपी को 6 व एक अन्य को मिली थी, इस बार कांग्रेस को तीन सीट का घाटा हुआ और बीजेपी को तीन का फायदा। कांग्रेस को 12 सीट मिली तो बीजेपी को 6 व एक अन्य के खाते में गई है।

कांग्रेस को ये आदिवास सीट मिली

कांग्रेस को खरगोन की भीकनगांव और भगवानपुरा, बड़वानी जिले की सेंधवा, राजपुर, बड़वानी, अलीराजपुर जिले की जोबट, झाबुआ जिले की झाबुआ, थांदला, धार जिले की सरदारपुर, गंधवानी, मनावर, कुक्षी सीट मिली है।

बीजेपी को ये आदिवासी सीट मिली

बीजेपी को मालवा-निमाड़ की देवास जिले की बागली, खंडवा जिले की हरसूद और पंधाना, बुरहानपुर जिले की नेपानगर, बड़वानी की पानसेमल, अलीराजपुर जिले की अलीराजपुर, झाबुआ की पेटलावद, धार जिले की धरमपुरी और रतलाम जिले की रतलाम ग्रामीण सीट मिली है।

एक अन्य सीट रतालम जिले की सैलाना, भारत आदिवासी पार्टी के कमलेश डोडियार के खाते में गई है।

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