संजय गुप्ता, INDORE. मध्यप्रदेश लोक सेवा आयोग (MPPSC) ने 1 साल पहले ही परीक्षाओं का संभावित शेड्यूल जारी कर दिया, लेकिन अब ये सवालों के घेरे में आ गया है। सबसे बड़ी वजह है कि एक ही परीक्षा आयोग द्वारा 10 महीने तक ली जाएगी। असिस्टेंट प्रोफेसर के 1669 पदों के लिए विविध विषयवार ये परीक्षा होना है, लेकिन ये परीक्षा एक ही बार नहीं होकर जनवरी से नवंबर तक चलेगी। वहीं परीक्षा में जो सबसे बड़ी जानकारी रहती है कि रिजल्ट कब देंगे, वो है ही नहीं।
इस तरह 11 महीने तक लेंगे असिस्टेंट प्रोफेसर की परीक्षा
असिस्टेंट प्रोफेसर की भर्ती 1669 पदों के लिए होना है। इसके लिए सेट का आयोजन पहले ही करा चुका है। ये अलग-अलग विविध विषयों के लिए होना है। आयोग ने ये परीक्षा एक बार में कराने की जगह 3 अलग-अलग समय शेड्यूल की है।
28 जनवरी 2024
इस दिन ये परीक्षा वनस्पति, वाणिज्य, अर्थशास्त्र, अंग्रेजी, गणित, हिंदी, संस्कृत कुल 7 विषयों के लिए होगी साथ ही ग्रंथपाल और क्रीड़ा अधिकारी के पदों के लिए भी होगी।
26 मई 2024
इस दिन ये कुल 9 विषयों के लिए रसायन, भूगोल, इतिहास, गृह विज्ञान, विधि, भौतिक शास्त्र, राजनीति, समाजशास्त्र, प्राणी शास्त्र जैसे विषयों के लिए होगी।
17 नवंबर 2024
तीसरी बार में ये परीक्षा बाकी 20 विषयों के लिए की जाएगी, जिसमें मुख्य तौर पर जीव रसायन, रसायन आर्गेनिक, पर्यावरण, दर्शनशास्त्र, उर्दू, वेद, संगीत, भूगर्भ, नृत्य आदि शामिल हैं।
पदों में अतिथि विद्वान के आरक्षण से पहले ही नाराज अभ्यर्थी
युवा उम्मीदवार इसलिए भी नाराज हैं कि हाल ही में सीएम शिवराज सिंह चौहान ने इन पदों में अतिथि विद्वानों के लिए भी 25 फीसदी पद आरक्षित करने, बोनस अंक देने की घोषणा कर दी है। युवाओं को लग रहा है कि उनका हक मारा जा रहा है, क्योंकि अतिथि विद्वान तो पहले ही नौकरी में हैं और वहां नए युवाओं को प्रवेश नहीं दिया जाता है।
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शासन को 5 साल से एक भी नया डिप्टी कलेक्टर नहीं मिला है
आयोग ने भले ही विविध परीक्षाओं का शेड्यूल जारी किया है, लेकिन राज्य सेवा परीक्षा 2019, 2020, 2021, 2022 और 2023 के नोटिफिकेशन और भर्ती प्रक्रिया के बाद भी शासन को साल 2018 बैच के बाद एक भी नया डिप्टी कलेक्टर, डीएसपी और अन्य अधिकारी नहीं मिले हैं। साल 2020 का अंतिम रिजल्ट जरूर जारी हो गया है, लेकिन मप्र शासन ने अभी तक इन्हें जॉइनिंग नहीं दी है। वहीं साल 2019 के इंटरव्यू ही अभी चल रहे हैं, इसका भी रिजल्ट का कोई शेड्यूल आयोग ने नहीं दिया है जबकि वो इसे घोषित कर सकता था। इसी तरह 2021 की मेन्स का वैल्यूशन चल रहा है और इसके संभावित रिजल्ट और इंटरव्यू की तारीख का खुलासा आयोग ने नहीं किया जबकि ये भी अंदरूनी स्तर पर उन्हें पता है कि ये कब किए जा सकते हैं।
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रिजल्ट की कोई बात नहीं
साल 2022 की मेन्स का शेड्यूल पहले से ही जारी था, लेकिन आयोग ने अपने घोषित नए शेड्यूल में ये नहीं बताया कि इसका रिजल्ट कब आएगा और न ही इनके इंटरव्यू का संभावित शेड्यूल जारी किया है। ऐसे में सवाल यही है कि चुनाव की आचार संहिता लगने के पहले युवा अभ्यर्थियों को दिखाने के लिए ये शेड्यूल जारी हुआ है? बस राहत की बात यही है कि इसमें कुछ परीक्षाओं की जानकारी सामने आ गई है और खासकर साल 2024 राज्य सेवा परीक्षा का शेड्यूल सामने आ गया है। बाकी कोई रिजल्ट वाली बात इसमें नहीं है।