संजय गुप्ता, INDORE. इंदौर में चुनाव लड़ने वाले प्रत्याशियों के लिए विविध सामग्री की खर्च दरें तय हो गई है। जिला निर्वाचन कार्यालय ने विविध प्रतिनिधियों के साथ बैठकर यह दरें जारी कर दी है। इसके अनुसार यदि प्रत्याशी चुनाव प्रचार के दौरान कटचाय पिलाता है तो यह पांच रुपए की दर से जुड़ेगी और फुल चाय दस रुपए की दर से। इसी तरह पोहा उसे 12 रुपए प्रति प्लेट लगेगा तो कचोरी, समोसे के दाम दस रुपए प्रति नग की दर से जोड़े जाएंगे। छोटी फूल माला 20 रुपए की तो बड़ी 40 रुपए की दर से जोड़ी जाएगी। कॉफी हॉफ दस तो फुल 20 रुपए, दाल-बाटी सौ रुपए, घी की 150 रुपए थाली।
सोशल मीडिया के भी दाम हुए तय
जिला प्रशासन इंदौर द्वारा तय की गई इस सूची में सोशल मीडिया के विविध माध्यमों से प्रचार की भी दरें तय कर दी हैं। दो एमबी का कोई मैसेज वाट्सअप पर डाला जाता है तो एक लाख मैसेज के 20 पैसे की दर रहेगी, दो लाख के लिए 18 तो तीन लाख के लिए 16 पैसे की दर रहेगी। इसी तरह सोशल मीडिया मार्केटिंग टीम से काम कराते हैं तो प्रति मोबाइल पर संदेश भिजवाने के दस पैसे लगेंगे, फेसबुक, इंस्टा आदि पर कोई पोस्ट करते हैं तो प्रति पोस्ट 500 रुपए होगी, वहीं 60 से 90 सेकंड का वीडियो के लिए तीन से पांच हजार रुपए लगेंगे।
टेंट, मंच, एसी, वाहन, डीजे, विज्ञापन सभी की दरें तय
प्रशासन द्वारा 56 पन्नों की लिस्ट में सभी दरें तय कर दी है। इसमें टेंट, मंच, साउंड सिस्टम, खाना, पानी, विज्ञापन, वाहन किराया, हैलीकॉप्टर किराया सभी शामिल है। मंच बनाने के लिए 15 रुपए प्रति वर्गफीट लगेगा, गलीचा 150 रुपए प्रति नग, कुर्सी विथ कवर 40 रुपए, प्लास्टिक चेयर पांच रुपए प्रति नग, कटोरी-ग्लास पांच-पांच रुपए, बैंड बाजा गाडी पांच हजार प्रति दिन. ढोल 400 रुपए प्रति दिन, गुलाब कल दस रुपए, गुलाब प्रति किलो 150 रुपए, गुलाब पंखुडी 75 रुपए प्रति किलो, सामान्य छोटे झंडे पांच रुपए, पगड़ी 40 रुपए प्रति नग, मुखौडा कागज का तीन रुपए प्रति नग, लैपटॉप का किराया प्रति दिन 500 रुपए। हैलीकॉप्टर किराया 60 हजार से लेकर दो लाख रुपए प्रति घंटे तक।
वर्ष 2018 में 28 लाख रुपए थी सीमा अब 40 लाख
मध्य प्रदेश में पिछला विधानसभा चुनाव साल 2018 में हुआ था, तब प्रत्याशी के लिए खर्च की सीमा 28 लाख रुपए थी। इसे बढ़ाने की मांग लगातार की जा रही थी जिसके बाद इसे अब 40 लाख रुपए अधिकतम प्रति प्रत्याशी कर दिया गया है। हालांकि देखने में आया है कि प्रत्याशी तय सीमा से बहुत कम खर्च बताते हैं। इंदौर में बीचे चुनाव में सभी प्रत्याशियों का खर्च 20 लाख रुपए से भी कम था।