SHIVPURI. शिवपुरी की नरवर तहसील के चकरामपुर गांव में भदौरिया परिवार की महिला सहित तीन लोगों की हत्या के मामले में फर्जी वोटिंग की बात सामने आई है। जानकारी के मुताबिक हमले में जीवित बचे राजेंद्र भदौरिया (28) ने पुलिस को बयान देते हुए बताया कि दो वोटों को लेकर विवाद हो गया था। वो कांग्रेस प्रत्याशी कैलाश के पक्ष में फर्जी वोट डालने आए थे। इस पर उन्हें रोका गया। शाम को हम बोलेरो से लौट रहे थे, तभी उन्होंने घेरकर हमला कर दिया।
महिला सहित तीन की हत्या
हमले में राजेंद्र की मां आशादेवी (42), चाचा लक्ष्मण (45) और ममेरे भाई अमर सिंह उर्फ हिमांशु (20) की मृत्यू हो चुकी है। बता दें कि राजेंद्र के अलावा उनके पिता मुन्ना (50), छोटा भाई योगेंद्र उर्फ भोला (27) और ममेरा भाई सौरभ सेंगर (25) का ग्वालियर में इलाज चल रहा है और मुन्ना भदौरिया की हालत ज्यादा गंभीर बताई जा रही है। पुलिस ने राजेंद्र के बयान का एक वीडियो 17 नवंबर की रात बनाया था। एसपी रघुवंश सिंह भदौरिया का कहना है कि अभी तक 14 आरोपियों को गिरफ्तार कर चुके हैं। एक ग्वालियर में भर्ती है। पूलिस के मुताबिक आरोपी पक्ष में से भी एक व्यक्ति को गोली लगी है।
देर रात हुआ अंतिम संस्कार
आशा देवी और उसके देवर लक्ष्मण भदौरिया के शव को रविवार शाम करीब 5 बजे नरवर लाया गया थे। इससे पहले क्षत्रिय समाज के लगभग डेढ़ हजार लोग यहां एकत्रित हो गए। क्षत्रिय समाज और मृतकों के परिजन की मांग थी कि आरोपियों के घरों को पूरी तरह जमींदोज किया जाए। मृतकों के परिजन को 50-50 लाख रुपए दिए जाएं। हर परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी दी जाए। परिवार को पांच बंदूक लाइसेंस तत्काल स्वीकृत किए जाएं। समाज के लोगों का कहना था कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं की जाती, तब तक शवों का अंतिम संस्कार नहीं करेंगे। हालांकि, रात 9 बजे पुलिस और प्रशासन की समझाइश के बाद शव को सड़क से हटाने को परिजन राजी हुए। इसके बाद पुलिस की मौजूदगी में देर रात चकरामपुर में अंतिम संस्कार किया गया। बता दें, इस धरना प्रदर्शन में PWD राज्य मंत्री व बीजेपी प्रत्याशी सुरेश धाकड़ भी मौजूद थे।