संजय गुप्ता, INDORE. इंदौर के एक स्कूल में फिर से तिलक विवाद सामने आया है। एक बच्ची को चंदन की टीकी लगाकर आने पर महिला शिक्षक द्वारा बाहर कर दिया गया। यह बात हिंदू संगठनों को पता चली तो वह स्कूल पहुंचे और इसका कारण पूछा। नारेबाजी भी हुई। आखिर में स्कूल प्रबंधन ने खेद जताया। इसके बाद प्रदर्शन करने गए बजंरग दल संगठन के पदाधिकारी वहां से रवना हुए।
यह है मामला
गांधीनगर के ब्लासम एकेडमी स्कूल में एक बच्ची को कुमकुम और चंदन का टीका लगाकर आने पर स्कूल में आने से मना कर दिया गया। बच्ची को कहा गया कि यह सब लगाना हो तो स्कूल मत बताना। उसे परिवार में यह बात बताई और पालकों ने आपत्ति ली। बजरंग दल संगठन के माला प्रांत बलो उपासना प्रमुख तन्नू शर्मा ने बताया कि हमारे पास जानकारी आने पर इसका विरोध किया गया। संगठन के चेतन गोस्वामी, राकेश भारती, अंतिम शुक्ला व अन्य पदाधिकारी मौके पर पहुंचे और स्कूल प्रबंधन से बात की।
मोबाइल पर बात की, पता चला खुद ही शिक्षक ने ऐसा बोला
मोबाइल पर संबंधित शिक्षक से बात की गई. उन्होंने कहा कि स्कूल में ही यह बात किसी ने कही थी, इसलिए बच्ची को मना किया। लेकिन जब पूछा गया कि किसने कहा था या कोई लिखित आदेश था तो वह बता नहीं सकी। सामने आया कि शिक्षक ने अपने स्तर पर ही बच्ची को मना कर दिय था। इसके बाद प्रबंधन ने खेद जताया।
आ सकता है तिलक लगाकर, बाल अधिकार आयोग के हैं आदेश
भारत में अब कोई भी स्कूल अपने विद्यार्थियों को मेहंदी लगाकर आने, कलाई पर कलावा अथवा राखी बांध कराने या माथे पर तिलक लगाकर आने से रोक नहीं सकता। राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग के चेयरमैन प्रियंक कानूनगो ने दिनांक 30 अगस्त 2023 को इस बारे में निर्देश जारी किए थे। यह आदेश भी जुलाई माह में इंदौर के ही एक निजी स्कूल में तिलक लगाकर बच्चे के आने पर उसे लौटाने संबंधी हुए विवाद के बाद जारी हुए थे।