GWALIOR. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान रविवार (10 सितंबर) को ग्वालियर आए। उन्होंने यहां छोटे रोड शो किए और लाड़ली बहना सम्मेलन के नाम पर एक बड़ी सभा भी संबोधित की। बीजेपी की जनदर्शन यात्रा में केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने दूरी बना ली है। दरअसल मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के साथ तोमर दिखाई नहीं दिए। हालांकि वे यात्रा के खत्म होने पर फूलबाग में आयोजित कार्यक्रम में शामिल हुए। रथ पर शिवराज के साथ केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया सवार थे।
कांग्रेस नेताओं ने बताया अंदरूनी गुटबाजी
वहीं तोमर के इस यात्रा से दूरी बनाए जाने पर कांग्रेस नेताओं ने पार्टी पर निशाना साधा है। उन्होंने इसे बीजेपी की अंदरूनी गुटबाजी बताया है। लेकिन तोमर के समर्थकों ने इसका पलटवार करते हुए कहा कि वे सुबह चार बजे भिंड में आयोजित कार्यक्रम से लौटे थे। इस वजह से वह जनदर्शन यात्रा में शिवराज के साथ शामिल नहीं हो पाए। बता दें, शिवराज के दौरे पर अभूतपूर्व सुरक्षा व्यवस्था की गई थी। हर जगह सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। हालांकि सीएम का ग्वालियर आना-जाना रहता ही है, लेकिन पहली बार है जब उनकी सुरक्षा के लिए पुलिस ने खास इंतजाम किए हैं। माना जा रहा है कि जन आशीर्वाद यात्राओं में कुछ जगह विवाद के बाद पुलिस और प्रशासन ने यहां ये फैसला लिया था।
फूलबाग में आयोजित कार्यक्रम में शामिल हुए
तोमर यात्रा के बाद फूलबाग में आयोजित कार्यक्रम में शामिल हुए थे। लेकिन इस कार्यक्रम में कुर्सी को लेकर विवाद की स्थिति बन गई। लघु उद्योग निगम की अध्यक्ष इमरती देवी ने सिंधिया से कुर्सी ना मिलने की शिकायत की। इस पर सिंधिया ने पहली लाइन की आखिरी कुर्सी पर बैठे मदन कुशवाह को कुर्सी खाली करने का इशारा किया।