BHOPAL. 2 अक्टूबर गांधी जयंती को विभिन्न राजनेताओं ने अपने-अपने तरीके से गांधी जयंती मनाई। केंद्रीय मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल भोपाल में खादी ग्रामोद्योग भंडार पहुंचे। यहां उन्होंने महात्मा गांधी की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें नमन किया। इसके बाद प्रहलाद पटेल ने मौके पर मौजूद चरखे को चलाकर सूत भी काता। केंद्रीय मंत्री ने यहां अपने लिए खादी के कुर्ते पजामे की खरीदी भी की। इस दौरान पटेल ने भारत में बने खादी के कपड़े के गुणों की चर्चा भी की और आम लोगों से आह्वान किया कि वे खादी को बढ़ावा दें।
खादी, नशामुक्ति और स्वच्छता के मार्ग पर दिया संदेश
केंद्रीय मंत्री पटेल ने यहां कहा कि उन्होंने पैदल यात्राएं करके अपना राजनैतिक जीवन संवारा। उन्होंने महात्मा गांधी के जमीन से जुड़ने के 3 प्रमुख मार्गों की बात कही। उन्होंने बताया कि पहला खादी पहनना और उसे प्रोत्साहित करना, यह आत्मनिर्भरता का संदेश था जो गांधी जी ने दिया। दूसरा मार्ग नशामुक्ति का, जिसके लिए व्यक्ति को ही संकल्प लेना होगा, यदि आप ऐसा करते हैं तो ये आपकी पीढ़ी की मजबूती की गारंटी है। वहीं तीसरा संकल्प स्वच्छता का, पटेल ने कहा कि यदि हमारा आत्म अनुशासन ठीक है तो हमारा घर भी ठीक रहेगा और समाज में सभी स्थान स्वच्छ रहेंगे।
खादी के उपहार देना शुरु करें
प्रधानमंत्री मोदी के संदेश को आगे बढ़ाते हुए प्रहलाद पटेल ने लोगों से अपील की कि वे त्यौहारों पर खादी ग्रामोद्योग के उत्पाद ही उपहार में देने का प्रयास करें। खादी स्थानीय ग्रामीण अर्थव्यवस्था को बल देने के साथ-साथ हमारे स्वास्थ्य एवं पर्यावरण के भी ज्यादा अनुकूल है, इसलिए खादी वैश्विक स्तर पर बहुत बड़ी भूमिका निभा सकती है। उन्होंने कहा कि खादी ही है जिसे भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन के दौरान देशभक्ति का दर्जा हासिल हुआ और जिसने स्वदेशी की भावना को सृजित किया।