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JANJGIR. विधानसभा चुनाव से पहले बीजेपी-कांग्रेस के अलावा अब बहुजन समाज पार्टी में भी विरोध शुरू हो गया है। दरअसल, सोमवार, 2 अक्टूबर को जांजगीर-चांपा के बसपा प्रत्याशी का विरोध किया जा रहा है। बीएसपी उम्मीदवार से नाराज यहां विधानसभा पदाधिकारियों ने पद से इस्तीफा दे दिया है। प्रदेश प्रभारी एनपी अहिरवार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई है और और विस प्रभारी, विस अध्यक्ष, उपाध्यक्ष ने इस्तीफा दे दिया है। कोषाध्यक्ष समेत कई सेक्टर पदाधिकारियों ने इस्तीफा दिया है। इसके साथ ही संगठन से प्रत्याशी बदलने की मांग की है।
जांजगीर-चांपा विधानसभा क्षेत्र के बसपा पदाधिकारियों ने सामूहिक इस्तीफा दिया। वहीं पत्र दिया।
चुनाव से 100 से ज्यादा कार्यकर्ताओं ने दिया सामूहिक इस्तीफा
इस विधानसभा चुनाव को लेकर बहुजन समाजवादी पार्टी 9 प्रत्याशियों की घोषणा कर चुकी है, जिसमें जांजगीर के लिए राधेश्याम सूर्यवंशी को उम्मीदवार घोषित किया है। इसके अलावा 90 सीटों में अपनी प्रबल दावेदारी के लिए गोंडवाना गणतंत्र पार्टी से गठबंधन भी कर लिया है, लेकिन चुनाव से पहले ही पार्टी कार्यकर्ताओं में मनमुटाव सामने आने लगा है। नवागढ़ क्षेत्र के 100 से ज्यादा कार्यकर्ताओं ने सोमवार को सामूहिक इस्तीफा देकर अपना विरोध जताया है। इस बीच, बसपा जिला अध्यक्ष रोहित डहरिया ने कार्रवाई की और जांजगीर-चांपा विधानसभा अध्यक्ष इतवारी खूंटे के साथ मेला राम कर्ष और गिरीश कश्यप को पार्टी से निष्कासित कर दिया।
प्रत्याशी पर बाहरी होने का आरोप भी लगाया
बसपा जांजगीर विस अध्यक्ष इतवारी खूंटे ने बसपा प्रदेश अध्यक्ष और जिला अध्यक्ष को लिखित रूप से आवेदन कर जांजगीर विधानसभा के प्रत्याशी को बदलने की मांग की थी। वहीं घोषित प्रत्याशी को बाहरी होने का आरोप लगाया था। इसके बाद प्रदेश प्रभारी ने जिला अध्यक्ष रोहित डहरिया से कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों की बैठक कर रिपोर्ट मांगी थी, जिसके बाद भी जिला अध्यक्ष ने बैठक नहीं बुलाई और पदाधिकारियों के साथ कार्यकर्ताओं की उपेक्षा की। जिससे व्यथित होकर जांजगीर विधानसभा क्षेत्र के अध्यक्ष इतवारी खूंटे ने अपने 100 कार्यकर्ताओं के साथ आज सामूहिक इस्तीफा देकर पार्टी को बड़ा झटका दिया है।