JAIPUR.राजस्थान में मुख्यमंत्री पद को लेकर चल रही हलचल के बीच एक बड़ा घटनाक्रम सामने आया है। इस घटनाक्रम से यह संकेत मिल रहे हैं कि पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के सांसद बेटे दुष्यंत सिंह ने कुछ विधायकों की बाड़ाबंदी की कोशिश की और पार्टी के नेताओं को एक विधायक को वहां से निकलने के लिए जाना पड़ा। विधायक के पिता ने मीडिया से बातचीत में इसके संकेत दिए। विधायक के पिता भी विधायक रह चुके हैं और भरतपुर संभाग के प्रभारी हैं। उधर इस घटनाक्रम के बाद पार्टी के बड़े नेताओं ने विधायकों की निगरानी बढ़ा दी है हालांकि किसी तरह की बाड़ाबंदी से इनकार किया है।
क्या है पूरा मामला
दरअसल यह घटनाक्रम मंगलवार देर रात सीकर रोड पर एक होटल में हुआ। यहां कोटा संभाग के बीजेपी के 5-6 विधायक ठहरे थे। इनमें किशनगंज विधायक ललित मीणा भी थे। साथी विधायकों की बातें व हाव-भाव देख ललित को शक हुआ कि पार्टी के किसी बड़े नेता के इशारे पर लॉबिंग हो रही है, क्योंकि वे कोटपूतली से आगे किसी होटल में जाने की बात कर रहे थे। ललित मीणा को लगा कि उन्हें जबरन बाड़ेबंदी में ले जाने की कोशिश की जा रही है। इस बीच ललित मीणा की अपने पिता पूर्व विधायक हेमराज मीणा से बात हुई तो उन्होंने पूरा घटनाक्रम बताया। इसके बाद हेमराज मीणा कुछ लोगों के साथ होटल पहुंचे और ललित मीणा को वहां से लेकर आए।
ललित मीणा के पिता हेमराज ने कहा
गुरुवार को पार्टी मुख्यालय पहुंचे हेमराज मीणा ने मीडिया से बातचीत में पूरा घटनाक्रम बताया और कहा कि उनके बेटे ललित मीणा परिणाम घोषित होने के बाद नेताओं से मिलने जयपुर आए थे। कोटा संभाग के नेताओं के ठहरने की व्यवस्था वसुंधरा राजे के बेटे दुष्यंत सिंह ने होटल में की थी। हेमराज मीणा ने बताया कि मैंने ललित से कहा था कि नेताओं से मिलकर पार्टी कार्यालय पहुंच जाना और वहां से जयपुर में स्थित अपने घर चले जाना। लेकिन जब ललित घर नहीं पहुंचा तो मैंने उससे फोन किया और पूछा कि आप कहां हो तो उसने बताया कि मैं इस होटल में हूं और यहां से यह लोग मुझे जाने नही दे रहे हैं।
हेमराज मीणा ने कहा कि यह बात सुनकर मैं बारां से जयपुर आया और कुछ लोगों के साथ होटल पहुंचा। यहां विधायक कवर लाल ने कहा कि दुष्यंत सिंह के कहने पर ललित को रोका गया है यदि ले जाना है तो दुष्यंत सिंह से बात करो। हेमराज ने कहा कि ललित दुष्यंत सिंह से बात की लेकिन उन्होंने फोन नहीं उठाया। इस पर जब हम ललित को ले जाने लगे तो जिद बहस भी हुई। हालांकि बाद में वे ललित को लेकर आ गए। हेमराज मीणा ने यह भी दावा किया कि पूरे घटनाक्रम के दौरान प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी और पार्टी के नेता भी वहां मौजूद थे। यहां यह उल्लेखनीय है कि कांवरलाल राजे के नजदीकियों में गिने जाते है और अंता से विधायक है वहीं ललित मीणा किशनगंज से एमएलए हैं।
मामले में प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी का इनकार
हालांकि पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी ने इस घटनाक्रम और किसी बाड़ाबंदी से इनकार किया है लेकिन पार्टी के विधायकों की निगरानी बढ़ा दी गई है। सीपी जोशी ने किसी भी तरह की बाड़ेबंदी से साफ इनकार करते हुए कहा कि इस तरह की कोई बात नहीं है। सब विधायक अपने-अपने क्षेत्रों में देव दर्शन और जनता से मुलाकात कर रहे हैं। जल्द ही विधायक दल की बैठक होगी और आगे के कार्यक्रम होंगे। जोशी ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी को पूर्ण बहुमत जनता ने दिया है। राजस्थान की जनता का आभार है। जल्द विधायक दल की बैठक होगी। पहले पर्यवेक्षक की नियुक्ति होगी। जैसे ही पर्यवेक्षक की नियुक्ति होगी, उसके तुरंत बाद विधायक दल की बैठक बुलाई जाएगी। विधायक दल की बैठक के बाद आगामी कार्यक्रमों की प्रक्रिया शुरू होगी। बीजेपी में बाड़ेबंदी को लेकर सीपी जोशी ने कहा कि कोई बाड़ेबंदी नहीं है। सब लोग अपने-अपने क्षेत्रों में जनता को धन्यवाद दे रहे हैं। जैसे ही विधायक दल की बैठक होगी, सब अपने नेता को चुनेंगे।