BHOPAL. मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव 2023 में पांच अरबपति उम्मीदवारों ने दोबारा विधायक बनने के लिए अपनी किस्मत आजमाई। इन में से बीजेपी के दो उम्मीदवारों की किस्मत तो चमक गई, लेकिन कांग्रेस के तीनों उम्मीदवारों की किस्मत ने साथ नहीं दी (हार गए)। ये पांचों उम्मीदवार 2018 में विधायक चुने गए थे।
बीजेपी के धन कुबेर उम्मीदवारों में खुशी, कांग्रेसियों में निराशा
मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव लड़ने वाले टॉप फाइव धन कुबेरों में बीजेपी उम्मीदवारों को खुशी तो कांग्रेस कैंडिडेट को निराशा हाथ लगी। इसमें तीन कांग्रेस और दो बीजेपी के उम्मीदवार हैं, जिनकी संपत्ति सौ करोड़ रुपए से भी ज्यादा है। इन पांचों उम्मीदवारों के चुनाव नतीजे को देखने से पहले लिए जानते हैं कि उन्होंने अपने नामांकन घोषणा पत्र में कितने की चल-अचल संपत्ति बताई थी।
रतलाम के बीजेपी उम्मीदवार चैतन्य कश्यप सबसे धनवान
इन धन कुबेरों की व्यक्तिगत संपत्ति की बात की जाए तो रतलाम शहर से बीजेपी उम्मीदवार चैतन्य कश्यप सबसे ऊपर थे। चुनावी शपथ पत्र के बीजेपी उम्मीदवार चैतन्य काश्यप ने अपनी निजी चल-अचल संपत्ति 296 करोड़ रुपए बताई थी। शपथ पत्र में इन्होंने बताया था कि उनके के पास कुल 17.87 लाख रुपए के गहने और उनकी पत्नी के पास कुल 50.48 लाख रुपए के जेवरात हैं। गाड़ियों के काफिले में इनके पास टीयूवी और इनोवा जैसी कारें हैं। इसके अलावा रतलाम और मुंबई में उनके पास 8 मकान और फ्लैट हैं।
इन नेताओं के पास है करोड़ों की संपत्ति
विजयराघवगढ़ से बीजेपी के उम्मीदवार संजय पाठक की निजी चल और चल संपत्ति 242 करोड रुपए थी। इसी तरह चुनावी घोषणा पत्र के मुताबिक इंदौर (एक) सीट से कांग्रेस उम्मीदवार संजय शुक्ला की चल-अचल संपत्ति 217 करोड़ रुपए, तेंदूखेड़ा विधानसभा सीट से कांग्रेस उम्मीदवार संजय शर्मा की चल-अचल संपत्ति 212 करोड़ रुपए और बैतूल सीट से कांग्रेस उम्मीदवार निलय डागा की चल-अचल संपत्ति 177 करोड़ रुपए थी।
रतलाम में कश्यप ने पारस दादा को हराया
साल 2023 का विधानसभा चुनाव लड़ने वाले सभी प्रत्याशियों की औसत संपत्ति 2.89 करोड़ है, जो पिछली बार के मुकाबले एक करोड़ से अधिक है। साल 2018 के चुनाव में प्रत्याशियों की औसत संपत्ति 1.73 करोड़ रुपए थी। अब पांच अरबपति उम्मीदवारों के चुनाव परिणाम पर एक नजर डाल लेते हैं। प्रदेश के सबसे अमीर उम्मीदवार के रूप में रतलाम शहर विधानसभा सीट से चैतन्य कश्यप चुनाव मैदान में थे। चैतन्य कश्यप ने कांग्रेस पार्टी के उम्मीदवार पारस दादा को 60 हजार 708 वोटों से पराजित कर दिया। उन्हें 1 लाख 9 हजार 656 मत प्राप्त हुए। कांग्रेस के पारस दादा को मात्र 48 हजार 948 वोट ही मिले।
बीजेपी के संजय पाठक जीते और कांग्रेस के सजंय शुक्ला हारे
विजयराघवगढ़ सीट से बीजेपी प्रत्याशी संजय पाठक ने कांग्रेस के नीरज बघेल को हराकर जीत हासिल की है। संजय पाठक को 98 हजार 10 वोट मिले, जबकि नीरज बघेल को 73 हजार 664 वोट मिले। प्रदेश के दूसरे सबसे अमीर उम्मीदवार संजय पाठक ने 24 हजार 346 वोट के अंतर से जीत हासिल की। सबसे चर्चित इंदौर-1 सीट से बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय बंपर वोटों से चुनाव जीते है। उन्होंने कांग्रेस के अरबपति उम्मीदवार संजय शुक्ला को चुनाव हरा दिया है। संजय शुक्ला को कैलाश विजयवर्गीय ने 57 हजार वोटों के वोटों के अंतर से हराया है। कैलाश विजयवर्गीय को 1 लाख 58 हजार 123 वोट मिले। बीजेपी ने कैलाश विजयवर्गीय को उनके बेटे का टिकट काटकर मैदान में उतारा था।
बैतूल में बीजेपी प्रत्याशी को मिली जीत तो कांग्रेस को हार
बैतूल विधानसभा से कांग्रेस के अरबपति प्रत्याशी निलय डागा को हार का सामना करना पड़ा। निलय डागा को 93 हजार 650 वोट मिले। जबकि,बीजेपी के हेमंत खंडेलवाल ने 1 लाख 9 हजार 183 वोट हासिल कर जीत दर्ज की। बीजेपी प्रत्याशी हेमंत खंडेलवाल ने 15 हजार 533 मतों से यह चुनाव जीत लिया। तेंदूखेड़ा विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस के अरबपति विधायक संजय शर्मा एक बार फिर चुनाव मैदान में थे। तेंदूखेड़ा सीट पर बीजेपी के विश्वनाथ सिंह मुलायम भैया ने 83 हजार 916 वोट हासिल कर जीत दर्ज की। उन्होंने कांग्रेस के संजय शर्मा संजू भैया को हराया (जिन्हें 71 हजार 569 वोट मिले थे) को 12 हजार 347 वोट से पराजित किया।